अचानक चालू कर दी 11000 लाइन, तीन मिनट तक करंट से झुलसता रहा मजदूर
चुनौती कुआं के नजदीक शुक्रवार मरम्मत कार्य के दौरान मानव बल के तीन बिजली मिस्त्री झुलस गए। इससे एक की मौत हो गई जबकि एक गंभीर है।
By Edited By: Published: Sat, 04 May 2019 01:23 AM (IST)Updated: Sat, 04 May 2019 08:49 AM (IST)
पटना, जेएनएन। चुनौती कुआ के नजदीक शुक्रवार की देर रात 11 हजार प्रवाहित बिजली का एलटी जोड़ने के दौरान अचानक बिजली के चालू होने से तीन मजदूर बुरी तरह झुलस गए। इसमें एक मजदूर की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। मृतक की पहचान नवरतनपुर निवासी ललन ठाकुर (45 वर्ष) के तौर पर हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शाम में आधी आने के दौरान तार से चिंगारी निकलने के बाद बिजली बंद हो गई। कुछ देर बाद ललन ठाकुर, मनोज पाडेय व इकबाल मिस्त्री बिजली मरम्मत के लिए पहुंचे। स्थानीय लोगों ने बताया कि ललन ठाकुर ने मोबाइल से फोन कर कनीय अभियंता से शट-डाउन भी लिया था। ललन पासवान और मनोज पाडेय बिजली बनाने के लिए पोल पर चढ़े ही थे तभी बिजली चालू हो गई और ललन ठाकुर व बिनोद ठाकुर बुरी तरह झुलसने लगे। ललन ठाकुर का शरीर पूरी तरह आग की चपेट में आने से तीन मिनटों तक पोल पर झूलते रहे। दोबारा बिजली कटने पर ललन ठाकुर जमीन पर आ गिरे और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
वहीं गंभीर रूप से झुलसे मनोज पाडेय व इकबाल मिस्त्री को इलाज के लिए अनीसाबाद स्थित निजी अस्पताल में भेजा गया। मृतक के साथ काम करने वाले जीशान ने बताया कि ललन ठाकुर 20 वर्षो से मानव बल के तौर पर काम कर रहा था। वहीं स्थानीय सलाउद्दीन मंसूरी ने बताया कि कनीय अभियंता के लापरवाही के कारण फुलवारीशरीफ के बहुत पुराना मिस्त्री को जान गंवानी पड़ी।
इस मामले में कंट्रोल रूम में बैठे बिजली ऑपरेटर गुलशन कुमार ने बताया कि कनीय अभियंता मो. रिजवी के कहने पर बिजली चालू की गई थी। मिस्त्री की अचानक मौत से मानव बल में काम करने वाले कर्मी काफी नाराज हैं। ललन ठाकुर की रिश्तेदार इंदू देवी ने बताया कि एसडीओ साहब लेकर अस्पताल पहुंचे और बिना इलाज शुरू करवाए यहा से भाग निकले।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शाम में आधी आने के दौरान तार से चिंगारी निकलने के बाद बिजली बंद हो गई। कुछ देर बाद ललन ठाकुर, मनोज पाडेय व इकबाल मिस्त्री बिजली मरम्मत के लिए पहुंचे। स्थानीय लोगों ने बताया कि ललन ठाकुर ने मोबाइल से फोन कर कनीय अभियंता से शट-डाउन भी लिया था। ललन पासवान और मनोज पाडेय बिजली बनाने के लिए पोल पर चढ़े ही थे तभी बिजली चालू हो गई और ललन ठाकुर व बिनोद ठाकुर बुरी तरह झुलसने लगे। ललन ठाकुर का शरीर पूरी तरह आग की चपेट में आने से तीन मिनटों तक पोल पर झूलते रहे। दोबारा बिजली कटने पर ललन ठाकुर जमीन पर आ गिरे और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
वहीं गंभीर रूप से झुलसे मनोज पाडेय व इकबाल मिस्त्री को इलाज के लिए अनीसाबाद स्थित निजी अस्पताल में भेजा गया। मृतक के साथ काम करने वाले जीशान ने बताया कि ललन ठाकुर 20 वर्षो से मानव बल के तौर पर काम कर रहा था। वहीं स्थानीय सलाउद्दीन मंसूरी ने बताया कि कनीय अभियंता के लापरवाही के कारण फुलवारीशरीफ के बहुत पुराना मिस्त्री को जान गंवानी पड़ी।
इस मामले में कंट्रोल रूम में बैठे बिजली ऑपरेटर गुलशन कुमार ने बताया कि कनीय अभियंता मो. रिजवी के कहने पर बिजली चालू की गई थी। मिस्त्री की अचानक मौत से मानव बल में काम करने वाले कर्मी काफी नाराज हैं। ललन ठाकुर की रिश्तेदार इंदू देवी ने बताया कि एसडीओ साहब लेकर अस्पताल पहुंचे और बिना इलाज शुरू करवाए यहा से भाग निकले।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें