बिहार पंचायत चुनाव के बाद अब 24 सीटों पर MLC चुनाव की बारी, जिला परिषद अध्यक्ष व प्रखंड प्रमुख चुनाव भी जल्द
बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद अब स्थानीय निकाय के 24 विधान पार्षदों का चुनाव जल्द होगा। इसके पहले जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख उप मुखिया एवं उप सरपंच के पदों का निर्वाचन भी संपन्न करा लिया जाएगा।
पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar MLC Election: बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Chunav) के बाद अब विधान परिषद के स्थानीय निकाय की 24 सीटों के लिए चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। बीते 17 जुलाई से ही खाली पड़ी इन सीटों के लिए निर्वाचन आयोग (Election Commission) कभी भी चुनाव की घोषणा कर सकता है। इस बीच पंचायत चुनाव के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के नामों का गजट में प्रकाशन शनिवार को कर दिया जाएगा। फिर, शपथ ग्रहण के बाद वे विधान परिषद की स्थानीय निकाय वाली सीटों के लिए वोटिंग के लिए पात्र हो जाएंगे। इसके पहले जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख, उप मुखिया व उप सरपंच के निर्वाचन की प्रक्रिया भी संपन्न करा ली जाएगी।
स्थानीय निकाय के एमएलसी का चुनाव जल्द
बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के लिए जनप्रतिनिधियों का चुनाव स्थानीय निकायों के जन प्रतिनिधि वोटिंग के माध्यम से करते हैं, लेकिन बिहार में पंचायत चुनाव होने में विलंब के कारण यह चुनाव अभी तक नहीं हो सका है। इन विधान पार्षदों का कार्यकाल 17 जुलाई तक ही था। अब पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद विधान परिषद की इन सीटों के लिए चुनाव की कवायद शुरू हो रही है।
अब नए सिरे से तैयार की जाएगी वोटर लिस्ट
विधान परिषद की इन स्थानीय निकाय सीटों के लिए नए सिरे से वोटर लिस्ट तैयार की जाएगी। यह इसलिए जरूरी हो गया है कि पंचायतों की संख्या 8,387 से घटकर 8,072 रह गई है। समाप्त किए गए पंचायत नगर निकाय या उनका हिस्सा बना दिए गए हैं। शहरी निकाय के जनप्रतिनिधि भी इन सीटों के लिए वोटर होते हैं, लेकिन वहां अभी चुनाव नहीं हो सके हैं। स्थानीय निकाय कोटे के विधान पाषर्दों का चुनाव जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, वार्ड सदस्य तथा नगर निगम, नगर परिषद व नगर पंचायत के सदस्य व कंटोनमेंट बोर्ड के सदस्य करते हैं। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के एक निर्देश के अनुसार 75 प्रतिशत वोटर रहने पर चुनाव कराए जा सकते हैं। इसलिए 24 सीटों पर चुनाव को लेकर कोई समस्या नहीं दिख रही है।
चुनाव में राजनीतिक दल देंगे अप्रत्यक्ष समर्थन
स्थानीय निकाय के विधान पाषर्दों का चुनाव दलीय आधार पर नहीं होता है, लेकिन राजनीतिक दल उम्मीदवारों को अपना अप्रत्यक्ष समर्थन देते हैं। बताया जा रहा है कि इसे देखते हुए सीटों के बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जनता दल यूनाइटेड व भारतीय जनता पार्टी में विमर्श शुरू हो चुका है। माना जा रहा है कि दोनों दल आधी-आधी सीटें बांट सकते हैं। दोनों दल सहयोगी दलों को अपने-अपने कोटे से सीटें दे सकते हैं।
इनकी खाली सीटों के लिए संपन्न होगा चुनाव
हरिनारायण चौधरी, सुनील सिंह, राधाचरण साह, मनोरमा देवी, रीना यादव, संतोष कुमार सिंह, सलमान रागीब, राजन कुमार सिंह, सच्चिदानंद राय, टुन्नजी पांडेय, बबलू गुप्ता, दिनेश प्रसाद सिंह, सुबोध कुमार, राजेश राम, दिलीप जायसवाल, संजय प्रसाद, अशोक अग्रवाल, नूतन सिंह, सुमन कुमार, आदित्य नारायण पांडेय, रजनीश कुमार, मनोज कुमार, रीतलाल यादव व दिलीप राय।
जिप अध्यक्ष व प्रमुख का भी चुनाव जल्द
इस बीच निर्वाचन आयोग सभी जिलों के निर्वाचित पंचायती राज जनप्रतिनिधियों के नामों का गजट प्रकाशन 18 दिसंबर को करने जा रहा है। इसके बाद उनका शपथ ग्रहण होगा। फिर, जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, प्रखंड प्रमुख व उप प्रमुख, उप मुखिया व उप सरपंच के निर्वाचन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। निर्वाचित पंचायती राज जनप्रतिनिधियों को तीन दिन की नोटिस देने के बाद निर्वाचन की तारीख का निधारण किया जाएगा। पंचायत समिति के सदस्यों को प्रखंड प्रमुख और प्रखंड उपप्रमुख के लिए तथा जिला परिषद सदस्यों को जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के निर्वाचन के लिए सात दिनों पहले नोटिस दी जाएगी।