इसी वर्ष तैयार हो जाएगा गांधी सेतु का पूर्वी लेन, एक हजार से अधिक कर्मी दिन-रात कर रहे काम
गायघाट में गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन को काटने का काम तेजी से जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19 से जुड़े से इस सेतु के निर्माण कार्य में लगभग 1400 इंजीनियर व कर्मियों की टीम दिन-रात लगी है।
जासं, पटना सिटी : राजधानी पटना के गायघाट में गंगा नदी पर बने महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी लेन को काटने का काम तेजी से जारी है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19 से जुड़े से इस सेतु के निर्माण कार्य में लगभग 1400 इंजीनियर व कर्मियों की टीम दिन-रात लगी है। तय समय सीमा पंद्रह महीना के पहले ही इस लेन का पुनर्निर्माण कार्य पूरा होने की उम्मीद की जा रही है। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो जनवरी 2022 से पहले यानी इसी वर्ष इस लेन का सुपर स्ट्रक्चर जंगरोधी स्टील से तैयार हो जाएगा।
46 स्पैन में से 14 के सुपर स्ट्रक्चर को काटा जा चुका
इसे लेकर सूत्रों की मानें तो गांधी सेतु के पूर्वी लेन के 46 स्पैन में से 14 के सुपर स्ट्रक्चर को काटा जा चुका है। 18 स्पैन का फुटपाथ कट चुका है। जिस पिलर पर सेतु टिका है उनमें से छह पिलर का हेड कट चुका है। इसी पर सुपर स्ट्रक्चर का आधार रखा जाएगा। अधिकारी ने बताया कि 15 नवंबर से काम शुरू हुआ। पंद्रह महीनों में इसे पूरा किया जाना है। काम की रफ्तार को देखते हुए लगता है कि सेतु का यह पूर्वी लेन इसी वर्ष तैयार हो जाएगा। पूर्वी लेन के स्पैन संख्या 37-38 पर जंगरोधी स्टील का स्ट्रक्चर चढ़ाया जा रहा है। पूरी तरह से स्वदेशी यह स्टील लगभग 25 स्पैन के लिए कोलकाता, हरियाणा, रायपुर, पंजाब व अन्य राज्यों से निर्माण स्थल पहुंच चुका है।
राजधानी व उत्तर बिहार के बीच एक लेन पर परिचालन
गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन से ही पटना और उत्तर बिहार के लिए वाहनों की आवाजाही हो रही है। इस लेन पर किसी वाहन के अचानक खराब हो जाने या दुर्घटना होने पर वाहन निकालने के दौरान भीषण जाम लग जाता है। इस जाम का असर एनएच-30 से लेकर भद्रघाट स्थित पीपा पुल पर भी पड़ता है।