जहरीला सांप काटने के बाद भी आसानी से बचाई जा सकती है जान, जानें कैसे
पटना में आयोजित एक कार्यशाला में सांप के काटने के बाद बचने के कई सारे उपाए बताए गए। इस दौरान अनुभवियों ने कहा कि सांप के डसने के बाद डर मौत की सबसे बड़ी वजह बनती है।
पटना, जेएनएन। विषहीन सांप के डंसने के बाद भी मृत्यु की घटनाएं घट रही हैं। लोग डर जाते हैं और हृदयाघात हो जाता है। सांप के काटने के बाद सबसे पहले यह जानकारी प्राप्त करें कि किस सांप ने काटा है। उसका आकार-प्रकार कैसा है। हो सकता है कि सांप विषहीन हो। सांप काटे तो डरें नहीं। भारतीय प्राणी सर्वेक्षण कार्यालय में 'सर्पदंश एवं विष निवारण' पर आयोजित संगोष्ठी में श्रीतमा ने सांप से बजने के कई सारे उपाए सुझाए।
ओझा-गुणी की बजाए डॉक्टर के पास जाएं
उन्होंने कहा कि सांप काटने के बाद दहशत के कारण मौत हो जाती है। सांप के काटने के बाद सीधे डाक्टर के पास जाएं। सांस डंस ले तो ओझा-गुणी के पास न जाएं। मौत से बचाया जा सकता है। विषैले सांप को रेस्क्यू करने के तरीके से उपस्थित लोगों को अवगत कराया गया।
जानकारी के अभाव में हो रही वन्य जीव की हत्या
भारतीय प्राणी सर्वेक्षण के बिहार प्रभारी डॉ. गोपाल शर्मा ने कहा कि वन्य जीवों पर खतरा मंडरा रहा है। जीव पानी के लिए जंगल से गांव की तरफ आ-जा रहे हैं। जानकारी के अभाव में लोग वन्य जीवों की हत्या कर देते हैं। वन्य जीव रेस्क्यू टीम वन प्रमंडल स्तर पर बनाने की सख्त जरूरत है। डॉल्फिन रेस्क्यू पर फिल्म दिखाकर इसे बचाने के तरीककेसे भी अवगत कराया गया। इस अवसर पर डॉ. शरद, राकेश नंदन सिंह, प्रो. अरुण कुमार सिन्हा, मोहित श्रीवास्ताव, श्रीतम बनर्जी, राहुल कुमार, आशीष कुमार, अपूर्व श्रीवास्ताव, रविश रंजन आदि मौजूद थे।