पटना में छापेमारी कर बाज, चील व कछुआ किया बरामद, न उड़ पाएं इस लिए काट दिया था पक्षियों का पंख
वन विभाग की ओर से राजधानी में छापेमारी कर 40 कछुआ एक चील एवं 4 बाज बरामद किये। इन वन्य जीवों को व्यापार करना एवं घर में रखना अवैध। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार का विभाग ने जेल भेज दिया।
पटना, जेएनएन। वन विभाग की ओर से राजधानी में छापेमारी कर 40 कछुआ, एक चील एवं चार बाज बरामद किए। इन वन्य जीवों को व्यापार करना एवं घर में रखना अवैध। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार का विभाग ने जेल भेज दिया। पटना वन प्रमंडल के डीएफओ रुचि सिंह का कहना है कि किसी वन्य जीव का व्यापार करना गैर कानूनी है। इसके लिए राजधानी में छापेमारी अभियान चलाई जा रही है। बताते चलें कि कुछ लोगों के द्वारा सूचना दिए जाने पर वन विभाग की टीम ने छापेमारी की थी।
पंख भी दिए गए थे काट
छापेमारी के दौरान मछुआटोली से 33 कछुआ बरामद किए गए। इसके अलावा सात कछुआ इंद्रपुरी से बरामद किए गए। छापेमारी के दौरान एक चील एवं चार बाज भी बरामद किए गए। चील एवं बाज का पंख काट दिया गया है ताकि वे उड़ नहीं पाएं। चील व बाज को उड़ने लायक पंख आने में कम से कम चार माह का समय लगेगा। तब तक वन विभाग इन्हें सुरक्षित जगहों पर रखेगा।
आगे भी जारी रहेगी छापेमारी
डीएफओ का कहना है कि वन्य जीवों के खिलाफ छापेमारी आगे भी जारी रहेगी। राजधानी में किसी भी वन्य प्राणी को घर में रखने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। कुछ लोगों से सूचना मिली थी कि राजधानी में कछुआ, चील एवं बाज का अवैध व्यापार किया जा रहा है। उसके बाद छापेमारी कर वन्य जीवों को पकड़ा गया। व्यापार करने वाले चार लोगों को पकड़कर जेल भेज दिया गया। मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी। वन्य जीवों के खिलाफ अभियान तेज करने की प्रक्रिया चल रही है।
वन्य जीवों को घर में रखना अपराध
वन्य जीवों को घर में रखना गंभीर अपराध है। इसके लिए जेल की सजा भी हो सकती है। वन्य जीवों में चाहे पक्षी हो या जानवर सभी को घर में रखने पर आपको सजा हो सकती है।