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PM Modi Virtual Rally में बोले Dy.CM सुशील मोदी- प्रधानमंत्री की पहल से तेज होगी नीली व श्वेत क्रांति

सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में नीली व श्वेत क्रांति में तेजी आएगी। वे मत्स्य डेयरी व कृषि से जुड़ी योजनाओं के पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन व शिलान्‍यास कार्यक्रम में बोल रहे थे।

By Amit AlokEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 10:55 PM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 10:55 PM (IST)
PM Modi Virtual Rally में बोले Dy.CM सुशील मोदी- प्रधानमंत्री की पहल से तेज होगी नीली व श्वेत क्रांति
PM Modi Virtual Rally में बोले Dy.CM सुशील मोदी- प्रधानमंत्री की पहल से तेज होगी नीली व श्वेत क्रांति

पटना, राज्य ब्यूरो। PM Modi Virtual Rally: उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी (Dy.CM Sushil Modi) ने कहा कि प्रधानमंत्री की पहल से बिहार में एक साथ नीली व श्वेत क्रांति से करोड़ों किसानों की आमदनी दोगुनी होगी। सुशील मोदी बिहार के सात जिलों के लिए मत्स्य संपदा, डेयरी व कृषि से जुड़ी 294 करोड़ रुपये से ज्यादा की योजनाओं के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा उद्घाटन व शिलान्यास के वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह वही विभाग है जो पशुपालन घोटाले को लेकर पूरी दुनिया में बदनाम हुआ था। कोई इस विभाग का मंत्री बनना नहीं चाहता था। लेकिन अब वो बात नहीं रही।

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सुशील मोदी ने कहा कि 2005-06 में इस विभाग का बजट मात्र 72 करोड़ था। 2019-20 में यह 16 गुना बढ़ कर 1178 करोड़ हो गया है। बिहार में बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के साथ ही किशनगंज में फिशरी विज्ञान कॉलेज की स्थापना की गई है। वेटनरी की पढ़ाई करने वालों को 2-2 हजार रुपये की छात्रवृत्ति देने वाला बिहार देश का पहला राज्य है।

उन्‍होंने कहा कि वर्ष 2007-08 में बिहार में 57 लाख मीट्रिक टन दूध का उत्पादन होता था। यह 2019-20 में बढ़ कर 104 लाख मीट्रिक टन हो गया हैं। दूध की प्रोसेसिंग भी 8.45 लाख टन से बढ़ कर 33.55 लाख टन हो गई है। इसी अवधि में पशुओं का टीकाकरण 6.64 लाख से बढ़ कर 16.98 लाख हो गया है।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पाउडर बनाने के लिए पहले बिहार का दूध रायबरेली भेजा जाता था। अब बिहार में प्रतिवर्ष 112 मीट्रिक टन दूध पाउडर बनाने की क्षमता वाला प्लांट है। कोरोना काल में 227 मीट्रिक टन दूध पाउडर क्वारंटाइन सेंटर और आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित किया गया है।

कहा कि बिहार में 2007-08 की  2.88 लाख मीट्रिक टन की तुलना में 2019-20 में 6 लाख 42 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन होता है। इसमें से 33 हजार टन मछली नेपाल, सिलीगुड़ी, बनारस, गोरखपुर, अमृतसर आदि शहरों में भेजी जाती है। बिहार के लोगों को यह भी जानकारी नहीं थी कि मछलियों को चारा भी खिलाया जाता है। मगर आज यहां मछली चारा प्लांट का उद्घाटन हो रहा है।


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