राबड़ी देवी के शासनकाल में ही बिहार को स्पेशल स्टेटस देने की उठी थी माग
बिहार के विशेष राज्य दर्जा देने की मांग पर राजद नेता व पूंर्व स्वास्थ मंत्री तेज प्रताप ने कहा कि उनकी मां पाबड़ी देवी के शासनकाल में ही बिहार को विशेष राज्य देने की मांग उठाई थी।
पटना [जेएनएन]। नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक में जैसे ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की माग रखी। वैसे ही बिहार में सियासत शुरू हो गई। राजद नेता तेजप्रताप यादव ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की माग जदयू या नीतीश कुमार ने नहीं किया था। यह माग मेरी मा राबड़ी देवी ने किया था। तेजप्रताप यादव ने कहा कि राबड़ी देवी के शासनकाल में ही बिहार को स्पेशल स्टेटस देने की माग उठी थी। तेजप्रताप ने आगे कहा कि इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। विशेष राज्य का दर्जा और पैकेज मिलना चाहिए। वहीं भाजपा नेता सीपी ठाकुर ने कहा कि अगर बिहार को स्पेशल स्टेटस मिला तो कई और राज्यों को भी देना पड़ जाएगा।
गौर हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में दिल्ली में आयोजित नीति आयोग की बैठक में बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की माग उठाई गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बैठक में बिहार को स्पेशल स्टेटस देने की माग रखी। नीतीश कुमार ने भाषण के जरिये बताया कि बिहार को क्यों विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ पीड़ित स्टेट को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया। प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की चौथी बैठक में कहा कि नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल एक ऐसा मंच है जो 'ऐतिहासिक परिवर्तन' ला सकता है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आश्वासन दिया कि बाढ़ से निपटने के लिए केंद्र सरकार उन्हें सभी प्रकार की सहायता प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल ने 'टीम इंडिया' की तरह काम किया है। उन्होंने जीएसटी लागू करने को इसका प्रमुख उदाहरण बताया।