Durga Puja 2022: राज्य में 19 हजार पुलिस बल की तैनाती, अर्द्धसैनिक बल भी संभालेंगे सुरक्षा व्यवस्था
Durga Puja 2022 दुर्गापूजा के दौरान राज्य की विधि-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस मुख्यालय ने 19 हजार बलों की तैनाती अलग-अलग जिले में की है। राजधानी पटना में कड़ी चौकसी बरती जाएगी। पारा मिलिट्री फोर्स को भी लगाया जाएगा।
पटना, राज्य ब्यूरो। Durga Puja 2022: राज्य में दुर्गापूजा और दशहरा पर शांति व विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलों में अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है। राज्यभर में करीब 19 हजार बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। यह जवान एक से आठ अक्टूबर तक जिलों में तैनात रहेंगे। पटना में सबसे अधिक पुलिस बल की तैनाती होगी। अर्द्धसैनिक बलों को भी सुरक्षा में लगाया जाएगा। हाल में बुनियादी प्रशिक्षण पूरा करनेवाले जिला पुलिस के करीब नौ हजार जवान भी ड्यूटी पर लगाए गए हैं।
बीएसएपी की 35 कंपनियों की भी होगी तैनाती
पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के अनुसार, जिला पुलिस की मदद के लिए बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस की 35 कंपनियोंं को भी लगाया जाएगा। केंद्र से पूजा पर प्रतिनियुक्ति के लिए अर्द्धसैनिक बलों की भी मांग की गई है। अधिकारियों के अनुसार, चार से पांच कंपनी अर्द्धसैनिक बल मिलने की उम्मीद है। यदि अर्द्धसैनिक बलों की कंपनियां आती हैं तो उन्हें अत्यधिक संवेदनशील जिलों में प्रतिनियुक्त किया जाएगा।
होमगार्ड व लाठी बल भी करेंगे ड्यूटी
दुर्गापूजा पर विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए होमगार्ड और लाठी बल की भी ड्यूटी लगाई गई है। करीब चार हजार होमगार्ड के जवान इसके लिए उपलब्ध कराए गए हैं। पूजा पंडालों के आसपास व भीड़ वाले क्षेत्रों में लाठी पार्टी को भी लगाया गया है।
पूजा समिति के सदस्यों की हो पहचान
मालूम हो कि इससे पूर्व राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से सभी जिले में शांति व्यवस्था और सद्भाव कायम रखने की जिम्मेदारी पुलिस को दी थी। सभी थानों में रात्रि गश्ती बढ़ाने के साथ ही सीनियर अफसरों को भी क्षेत्र भ्रमण का आदेश दिया गया था। डीजीपी एसके सिंघल ने मंगलवार को इसके लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी। इस क्रम में उन्होंने नवनियुक्त दारोगा और सिपाहियों को जिले की विधि-व्यवस्था में लगाने काे कहा था। पूजा से लेकर प्रतिमा विसर्जन तक कड़ी चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए। तय रूट के तहत प्रतिमा विसर्जन जुलूस निकालने पर नजर रखने की हिदायत दी गई। पूजा समिति के सदस्यों की पहचान के लिए भी विशेष व्यवस्था का निर्देश दिया।