एफएसएल की रिपोर्ट के बाद बर्खास्त हो सकता 'शराबी' दारोगा
कदमकुआं थाने में होली के दिन शराब पीकर हंगामा करने के आरोपित दारोगा कृष्णा राय के खिलाफ विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
पटना । कदमकुआं थाने में होली के दिन शराब पीकर हंगामा करने के आरोपित दारोगा कृष्णा राय के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है। अधिकारियों को अब एफएसएल की रिपोर्ट का इंतजार है। सिटी एसपी पीके दास ने बताया कि एफएसएल की रिपोर्ट में शराब पीने की पुष्टि होने के बाद बिहार एक्साइज एक्ट के तहत कृष्णा राय को सेवा से बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि ब्रेथ एनालाइजर से जांच में दारोगा के शरीर में अल्कोहल की मात्रा 96 एमजी मिली थी। पीएमसीएच में मेडिकल जांच के बाद इमरजेंसी हेड डॉ. अभिजीत सिन्हा ने भी दारोगा के द्वारा शराब का सेवन करने की बात कही थी। उसके खून और यूरिन के नमूने जांच के लिए एफएसएल भेज दिए गए, ताकि शराब के सेवन मामले में आरोपित दारोगा अधिकारियों की कार्रवाई को चुनौती न दे सके। मालूम हो कि मामला उजागर होते ही दारोगा कृष्णा राय को निलंबित कर दिया गया।
: कमजोर धारा लगाने पर नप सकते हैं अधिकारी :
कानून को ताक पर रखकर नशे में हंगामा करने वाले दारोगा के खिलाफ कमजोर धारा में प्राथमिकी दर्ज कर थाने से ही रिहा किए जाने के मामले को राज्य पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है। इसकी अंदरूनी जांच शुरू कर दी गई है। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में कांड के जांचकर्ता पर गाज गिरनी तय है। इसके अलावा दारोगा कृष्णा राय को संरक्षण देने वाले पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई संभव है। राजधानी पटना का यह पहला मामला है, जिसमें शराब के नशे में हंगामा करते पकड़े गए दारोगा को थाने से ही जमानत दी गई थी।