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नालन्दा सैनिक स्कूल के डॉ प्रमोद को सीबीएसई नेशनल अवार्ड, पूरे बिहार से एकमात्र शिक्षक का हुआ चयन

पूरे बिहार से एकमात्र शिक्षक डॉ प्रमोद का चयन राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु किया गया है। वे 2005 से नालंदा सैनिक स्कूल में कार्यरत हैं। यह शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ प्रमोद को मिलेगा।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 10:16 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 10:16 PM (IST)
नालन्दा सैनिक स्कूल के डॉ प्रमोद को सीबीएसई नेशनल अवार्ड, पूरे बिहार से एकमात्र शिक्षक का हुआ चयन
नालन्दा सैनिक स्कूल के डॉ प्रमोद को सीबीएसई नेशनल अवार्ड, पूरे बिहार से एकमात्र शिक्षक का हुआ चयन

नालन्दा, जेएनएन : सैनिक स्कूल नालंदा के जीव विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ प्रमोद कुमार को सीबीएसई की ओर से राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु चयनित किया गया है। इस आशय का नोटिफिकेशन 28 अगस्त को सीबीएसई के सचिव के आदेश से जारी किया गया है। पूरे बिहार से एकमात्र शिक्षक डॉ प्रमोद का ही चयन किया गया। वे 2005 से नालंदा सैनिक स्कूल में कार्यरत हैं । इस बार इन्हें केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, नई दिल्ली की ओर से राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किये जाने पर विद्यालय में खुशी का माहौल है। सैनिक स्कूल नालंदा की ओर से बताया गया कि यह विद्यालय प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रोज नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।  राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके सैनिक स्कूल नालंदा की सफलता की कड़ी में एक और राष्ट्रीय सम्मान की अभिवृद्धि हुई है ।

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शिक्षक दिवस के अवसर पर  मिलेगा सम्मान 

 यह सम्मान शिक्षक दिवस के अवसर पर डॉ प्रमोद को प्रदान किया जायेगा।  इसके अंतर्गत 50,000 नकद की धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जायेंगे। विद्यालय के प्राचार्य कर्नल एम० आई० हुसैन  सहित समस्त शिक्षकों एवं प्रशासनिक कर्मचारियों ने उक्त उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ० प्रमोद कुमार को बधाई दी है । यहां बता दें कि इसमें पूरे देश भर से स्क्रूटनी के बाद 1800 अभ्यर्थियों में से महज 39 शिक्षकों का चयन किया गया है । जिनमें सीबीएसई से सम्बद्ध केंद्रीय विद्यालय व अन्य विद्यालयों के शिक्षक व प्राचार्य शामिल हैं। 

  डॉ प्रमोद की उपलब्धियां 

 1  सीबीएसई के लिए वर्ष 2000 से टेलिकाउंसिलर के रूप में भी कार्यरत।

2  मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत 'मनोदर्पण'  के लिए टेलिकाउंसलर ।

3 सीबीएसई , नई दिल्ली के लिए वर्ष 2011 से उत्कृष्टता केंद्र का रिसोर्स पर्सन का दायित्व।

4 नीति आयोग (भारत सरकार) के अटल टिकटिंग लैब (बिहार इकाई) के मेंटर।

   इसके अतिरिक्त विभिन्न शैक्षिक संस्थानों जैसे सीडब्ल्यूएसएन के टेलीकॉन्सिलर, विज्ञान भारती , बिहार विज्ञान प्रसार (मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली)इकाई के संयुक्त सचिव, शिक्षक प्रशिक्षण के माध्यम से विज्ञान का प्रसार के राज्य समन्वयक (शिक्षा शिल्पी) आदि भी रह चुके हैं ।

वहीं तकरीबन 25 शोधपत्र जो जीव विज्ञान तथा शैक्षिक मनोवैज्ञानिक विषय पर आधारित हैं , जिनका प्रकाशन हो चुका है। विभिन्न राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित परीक्षाफल तथा परीक्षा के पश्चात छात्र छात्राओं के बीच होने वाली तनावभ्रमित परिस्थितिजन्य विषयों पर आलेख व समाचार पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। 

  डॉ प्रमोद को मिले सम्मान 

 * विज्ञान प्रौद्योगिकी को विद्यालय स्तर पर प्रसारित करने हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार ।

 *अध्यक्ष , केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा वर्ष 2013 14 ,15 ,16, 17, 18 व 19 में सामुदायिक कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।

 * नीति आयोग (भारत सरकार) द्वारा विद्यालय स्तर पर वैज्ञानिक अन्वेषण को बढ़ावा देने हेतु सम्मानित किया गया । 

*बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री के द्वारा वर्ष 2016 में सम्मान प्राप्त हुआ।

 * विज्ञान विषय में सर्वश्रेष्ठ परीक्षाफल के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा 2015 में सम्मानित किया गया ।

 * भारत अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के सचिव के द्वारा  भी वर्ष 2017 एवम 18 में सम्मान प्राप्त हुआ है।

 मुजफ्फरपुर के निवासी हैं डॉ प्रमोद

 नालन्दा :   सैनिक स्कूल नालंदा के जीव विज्ञान विषय के पोस्ट ग्रैजुएट टीचर डॉक्टर प्रमोद कुमार मुजफ्फरपुर के कलमबाग चौक के निवासी हैं । उन्होंने अपने अध्यापन काल में सीबीएसई के अतिरिक्त कई अन्य भारत सरकार की शैक्षिक संस्थाओं में अभूतपूर्व क्रियाकलापों के जरिये योगदान दिया है।  खासकर काउंसलिंग के बेहतर तरीके का प्रसार करने के क्षेत्र में उन्हें कई बार सम्मान प्राप्त हुआ है। डॉ प्रमोद ने बताया कि उत्कृष्ट मनोवैज्ञानिक काउंसलर के रूप में कार्य करने के एवज में बिहार झारखंड और छत्तीसगढ़ से केवल उनका ही चयन किया गया है। काउंसलिंग के क्षेत्र में प्रसिद्धि के कारण इन्हें कई बार राष्ट्रीय स्तर के सम्मान प्राप्त हुए हैं।


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