कंपनी का CEO बता पटना के कई कारोबारियों से ठगी, कोलकाता और दिल्ली के व्यापारियों से ऐंठे करोड़ों
मो. खान वर्ष 2018 से ही पटना गुवाहाटी कोलकाता दिल्ली से लेकर कई अन्य महानगरों के बड़े कारोबारियों को कास्मेटिक कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है। कोतवाली पुलिस ने जालसाज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
जागरण संवाददाता, पटना: कास्मेटिक कंपनी का सीईओ बनकर पटना के आधा दर्जन से अधिक बड़े कारोबारियों से ठगी करने वाले मो. खान उर्फ फरहत बशीर के कई और कारनामे उजागर हुए हैं। मो. खान वर्ष 2018 से ही पटना, गुवाहाटी, कोलकाता, दिल्ली से लेकर कई अन्य महानगरों के बड़े कारोबारियों को कास्मेटिक कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर बनाने के नाम पर एक करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है। कोतवाली पुलिस ने जालसाज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब पुलिस उसके बैंक अकाउंट खंगालने में जुटी है। कोतवाली पुलिस की मानें तो वह वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र का निवासी है।
एडवांस में लिए रुपये, जाल बिछाकर पकड़ा गया शातिर
चार पांच दिन पूर्व कोतवाली थाने में दो कारोबारी पहुंचे। आरोप था कि मो. खान नाम के व्यक्ति ने खुद को एक नामी कंपनी का सीईओ बताकर बिहार-झारखंड के डिस्ट्रीब्यूटर बनाने को लेकर मीटिंग की। पटना के नामी होटल में मीटिंग करने के बाद किसी से 13 लाख तो किसी से आठ और पांच लाख रुपये एडवांस में लिए। रुपये लेने के बाद समय गुजरता गया, लेकिन कास्मेटिक कंपनी का एक भी सामान रुपये देने वाले कारोबारियों तक नहीं पहुंचा। कारोबारियों को संदेह हुआ और उन्होंने संपर्क करने का प्रयास किया। दबाव बनाने पर उसने सभी कारोबारियों को रुपये वापस करने के नाम पर चेक दिया। जब बैंक में चेक जमा किया गया तो पता चला कि उक्त अकाउंट में रुपये नहीं हैं। इसके बाद दो कारोबारियों के साथ दो अन्य पीडि़त कोतवाली थाने पहुंचे और लिखित शिकायत की। फिर पुलिस और पीडि़तों ने जाल बिछाकर फ्रेजर रोड बुलाया। वहां पहुंचते ही पुलिस ने मो. खान को गिरफ्तार कर लिया।
कई बैंकों के एक दर्जन से अधिक चेक बरामद
पूछताछ और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने जालसाज के पास से एक दर्जन से अधिक चेक बुक को बरामद किया। यह विभिन्न बैंकों की थीं। पुलिस उन सभी चेकबुक के जरिए संबंधित बैंक से स्टेटमेंट मांगा है। पुलिस की मानें तो ऐसा कोई बैंक नहीं है, जिसमें उसका अकाउंट न खुला हो।
कोलकाता पुलिस भी कर रही थी तलाश
पुलिस की मानें तो उसके खिलाफ कोलकाता के दमदम थाने में भी धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। खान की गिरफ्तारी के बाद दूसरे राज्य के भी कुछ लोगों ने पुलिस से संपर्क किया है। पुलिस की मानें तो वर्ष 2018 से ही वह ठगी कर रहा था। पुलिस मंगलवार को दो बैंकों में गई थी, हालांकि वह कई बैंक से रुपये की निकासी पहले ही कर चुका है। जरूरत पड़ी तो पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।