डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव व्यवस्था ध्वस्त
पटना में नगर निगम की डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है।
पटना। निगम की डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। स्थिति यह है कि निगम के नूतन राजधानी अंचल में मात्र 20-25 फीसद घरों से ही कचरा उठाव हो पा रहा है। मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में बीते 21 नवंबर को नूतन राजधानी अंचल में निगम अधिकारी व एजेंसी के प्रतिनिधि की बैठक हुई थी। इसमें निगम की ओर से एजेंसी को कई बिन्दुओं पर दिशा-निर्देश जारी किए गए थे। लेकिन उस पर भी अनुपालन नहीं होने के कारण कचरा उठाव व्यवस्था चरमरा गई है। इसके कारण नूतन राजधानी अंचल से जुड़े वार्डो की गलियों में कचरा जमा है।
----------
: 250 घरों पर रखना था एक ठेला व मजदूर :
स्वच्छ भारत मिशन की गाइडलाइन के तहत सफाई के लिए वार्डो में 250 परिवारों पर एक ठेला और सफाई मजदूर रखना था। लेकिन वार्डो में मजदूर नहीं पहुंचे। कई वार्डो में तो कचरा उठाव पूरी तरह बंद हो चुका है। कुछ वार्डो में चार-पांच मजदूरों की सहायता से कार्य चल रहा है।
--------
स्वच्छ राजधानी से इतर कुछ भी मंजूर नहीं :
मेयर सीता साहू ने कहा कि राजधानी की स्वच्छता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। पटना की स्वच्छता को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी गंभीर हैं। उनका सपना है कि राजधानी को देश के अग्रणी शहरों में शामिल किया जाए। इसके लिए पटना नगर निगम लगातार प्रयास कर रहा है। इसमें कोई व्यवधान करता है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
----------
बैठक में एजेंसी व कार्यपालक को मिले थे ये निर्देश :
- कार्यपालक पदाधिकारी को बताना होगा कि कितने घरों से हो रहा कूड़ा उठाव
- निगम की ओर से दिए गए रूट प्लान के अनुसार करना होगा कार्य, निरीक्षण करेंगे पार्षद
- निगम के मजदूर प्वाइंट पर ही होगी डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव मजदूरों की उपस्थिति
- सुबह साढ़े छह बजे से सात बजे तक मजदूर होंगे उपस्थित
- ढाई सौ घर पर एक ठेला व मजदूर, रखने होंगे संख्या से 10 फीसद अतिरिक्त मजदूर
- एजेंसी राशि वसूलने के दूसरे दिन कराएंगे खाते में जमा
- एक से सात तारीख तक विशेष ड्रेस में वसूलेंगे राशि, अधियाचना के 10 दिनों में निगम करेगा भुगतान
- राशि व कूड़ा नहीं होने वाले के खिलाफ निगम करेगा कार्रवाई
--------
कोट ::
निगम को कई पत्र दिए हैं, निगम की ओर से कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। निगम पैसा नहीं दे रहा है, कलेक्शन नहीं हो रहा है। ऐसे में अब हमारे पास कोई क्षमता नहीं है। निगम जब तक पैसा नहीं देगा इससे ज्यादा कार्य नहीं कर सकेंगे।
- मनीष कुमार, प्रतिनिधि, पाथ्या।
--------
: कहते हैं अधिकारी :
डोर-टू-डोर कूड़ा उठाव एजेंसी 20-25 फीसद घरों से कूड़ा उठाव करा रही है। एजेंसी की ओर से 50-60 फीसद उठाव का दावा किया गया है। इसकी जांच चल रही है। पिछले दिनों बैठक में उनके प्रतिनिधि को बुलाया गया था। लेकिन वह बैठक में शामिल नहीं हुए थे। जल्द ही इसकी समीक्षा कर रिपोर्ट निगम को दी जाएगी।
- शैलेश कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नूतन राजधानी अंचल।