PMCH में मास्क के सहारे OPD चला रहे डॉक्टर-कर्मी, 30 से अधिक स्वास्थ्यकर्मी हो चुके हैं संक्रमित
पीएमसीएच के 15 डॉक्टर समेत 30 से अधिक पारा-मेडिकल व अन्य कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं बावजूद इसके मास्क के सहारे ओपीडी चलती दिखाई दे रही है।
पटना, जेएनएन। कोरोना में लापरवाही किस कदर घातक साबित हो सकती है, यह पीएमसीएच के हाल को देखकर समझा जा सकता है। यहां के 15 डॉक्टर समेत 30 से अधिक पारा-मेडिकल व अन्य कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। बावजूद, इसके सोमवार को यहां कोरोना के विरुद्ध सुरक्षा कवच में छेद ही छेद दिखा। सबसे बुरा हाल आउटसोर्सिंग कर्मी यानी ट्राली, सफाई, सुरक्षा गार्ड व पंजीयन कर्मियों का है। पीएमसीएच प्रशासन ने इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संबंधित एजेंसी को सौंपी है। लेकिन एजेंसी ने आदेश को हवा में उड़ा दिया। नतीजा, रोगियों की देखरेख में अहम भूमिका निभाने वाले ये कर्मी न सिर्फ खुद संक्रमित हो रहे हैं बल्कि डॉक्टर-पारा मेडिकल स्टाफ को भी बीमार कर रहे हैं।
ईएनटी, गायनी और इमरजेंसी में भी लापरवाही
काफी नजदीक से इलाज करने के कारण ईएनटी, आंख और दंत विभाग में कोरोना संक्रमण का सर्वाधिक खतरा है। ईएनटी और गायनी विभाग में डॉक्टर तो पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) किट पहने दिखे। आउटसोर्सिंग और कांट्रैक्ट कर्मचारी यहां भी सामान्य सर्जिकल मास्क पहने काम करते दिखे।
गार्डों को फिजिकल डिस्टेंसिंग व मास्क देखने की फुरसत नहीं
टाटा व मुख्य इमरजेंसी में तैनात गार्ड व सिपाहियों को भीड़ लगानेवाले या मास्क नहीं पहनने वालों से कोई मतलब नहीं रहता। उनका ध्यान नर्सों से अपने लिए मास्क मांगने और कोई भीड़भाड़ की फोटो न खींच ले, इस पर रहता है।
प्रयोग कर जहां-तहां फेंके जा रहे मास्क व पीपीई किट
पीएमसीएच के डॉक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ के साथ आइजीआइसी के डॉक्टर भी ड्यूटी समाप्त होने के बाद परिसर में जहां-तहां पीपीई किट, मास्क और ग्लब्स फेंक देते हैं।
स्टोर में मास्क, सैनिटाइजर और साबुन लेने को लग रही कतार
राजेंद्र सर्जिकल ब्लाक स्थित मेन स्टोर में सुबह से मास्क, पीपीई किट, सैनिटाइजर और साबुन लेने के लिए जो कतार लगी वह शाम तीन बजे तक लगी रही। हालांकि, पीपीई किट इक्का-दुक्का लोगों को ही मिली।
जरूरत के अनुसार नहीं है पीपीई किट की आपूर्ति
पीएमसीएच अधीक्षक डॉ. बिमल कारक ने कहा कि जरूरत के अनुसार पीपीई किट की आपूर्ति नहीं है। एक माह से ग्लब्स भी बाजार से खरीदे जा रहे हैं। जिनका एक्सपोजर ज्यादा है, उन्हें एन-95 और बाकी को सामान्य मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जा रहा है। जो लोग सावधानी नहीं बरत रहे उन्हें चिह्नित कर सचेत किया जाएगा।