नालंदा में डॉक्टर की हत्याः विरोध में हड़ताल पर राज्यभर के चिकित्सक, निराश लौट रहे मरीज
बिहार शरीफ में हुई चिकित्सक की हत्या के विरोध में शनिवार को राज्य के सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। इस दौरान राज्यभर में मरीजों का परेशानी का सामना करना पड़ा।
पटना, जेएनएन। बिहारशरीफ में हुई चिकित्सक की हत्या के विरोध में शनिवार को राज्य के सभी डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। आइएमए के सचिव डॉ. निशांत रंजन ने बताया कि चिकित्सकों की सुरक्षा एवं मृतक को न्याय दिलाने सहित अन्य मांगों को लेकर डॉक्टरों ने हड़ताल का निर्णय लिया है। इसमें निजी क्लीनिक भी शामिल है। इस दौरान सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही उपलब्ध थीं। पटना में दूर-दराज से आए मरीजों को बिना इलाज के वापस लौटना पड़ा।
वैशाली, जहानाबाद, सिवान, बिहारशरीफ के साथ अन्य जिलों के भी सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर हड़ताल पर रहे। यहां ओपीडी सेवा भी ठप रही। केवल इमरजेंसी में ही मरीजों का इलाज किया गया। आइएमए नालंदा में डॉक्टर की हत्या के विरोध में शनिवार की दोपहर से जिले के सभी डॉक्टर सदर अस्पताल परिसर से निकल कलेक्ट्रेट पहुंच गए। इस दौरान डॉक्टरों ने जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बता दें कि दो दिन पहले नालंदा में डॉक्टर प्रियरंजन प्रियदर्शी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। जिसके विरोध में यह हड़ताल की जा रही है। इस हड़ताल में ओपीडी की सारी सेवाएं ठप रहेंगी। ओपीडी में डॉक्टर काम नहीं करेंगे हालांकि इस बीच आइएमए ने साफ किया है कि इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेगी।
ताबड़तोड़ फायरिंग कर उतारा था मौत के घाट
बताते चलें कि गुरुवार की सुबह 9.30 बजे रहुई थाना क्षेत्र के सैदी मोड़ के पास बाइक सवार अपराधियों ने पुलिस को चुनौती देते हुए बाइक से ड्यूटी जा रहे डॉक्टर डॉ. प्रियरंजन कुमार प्रियदर्शी को ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए मौत के घाट उतार दिया था। हरनौत के पूर्व विधायक जदयू नेता ई. सुनील कुमार के रिश्तेदारी डॉ. प्रियदर्शी नूरसराय के नोसरा गांव के रहने वाले थे। वे हरनौत प्रखंड के गोखुलपुर एपीएचसी में प्रतिनियुक्त थे। उनकी मूल नियुक्ति हरनौत के गोनावां एपीएचसी में थी। पुलिस ने बताया कि डॉक्टर को चार गोली मारी गई थी।