सरकारी अस्पताल में मुफ्त में मिलेगी मधुमेह की दवा : मंत्री
राज्य सरकार अब सरकारी अस्पतालों में मधुमेह की दवा मुफ्त में मुहैया कराएगी।
पटना । राज्य सरकार अब सरकारी अस्पतालों में मधुमेह की दवा मुफ्त में मुहैया कराएगी। सरकार द्वारा तैयार की गई आवश्यक दवाओं की सूची में मधुमेह की दवा को भी शामिल कर लिया गया है। ये बातें मंगलवार को विश्व मधुमेह दिवस समारोह में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाडेय ने कहीं। कार्यक्रम का आयोजन स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजधानी के न्यू गार्डिनर अस्पताल में किया गया।
इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि राज्य में मधुमेह के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सूबे की 30 से 40 फीसद आबादी मधुमेह से पीड़ित है। उन्होंने कहा कि लोगों को समय-समय पर स्वास्थ्य की जांच कराते रहने की जरूरत है। अगर बीमारी का पता प्रारंभिक चरण में चल जाए तो मधुमेह को नियंत्रित करने में काफी मदद मिलती है। यह जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है। सरकार द्वारा अस्पतालों में इसकी मुफ्त में जांच की व्यवस्था की गई है।
: न्यू गार्डिनर का होगा विकास :
मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राजधानी के सरकारी अस्पतालों के विकास के लिए तत्पर है। न्यू गार्डिनर हॉस्पिटल के विकास का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके लिए धन की जरूरत है। राशि की व्यवस्था होने के बाद न्यू गार्डिनर हॉस्पिटल का विकास किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि दिनोंदिन गार्डिनर अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसके मद्देनजर अस्पताल का विकास करना समय की मांग है।
जीवनशैली में बदलाव से मधुमेह पर नियंत्रण संभव :
समारोह में आए अतिथियों का स्वागत करते न्यू गार्डिनर अस्पताल के निदेशक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने कहा कि मधुमेह जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है। अगर जीवनशैली में बदलाव किया जाए तो बीमारी पर बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है। इस बीमारी पर नियंत्रण के लिए जरूरी है कि नियमित रूप से व्यायाम किया जाए। कम से कम एक घंटा हर व्यक्ति के लिए टहलना बहुत जरूरी है। इसके अलावा खान-पान पर नियंत्रण भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मधुमेह गैरसंचारी रोग है। डॉ. सिन्हा ने कहा कि मधुमेह की जांच समय-समय पर कराते रहने की जरूरत है। शारीरिक श्रम कर मधुमेह को बहुत हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।