खेलने के दौरान कार में छिप गई मासूम, ...फिर जो हुआ सुनकर खड़े हो जाएंगे रोंगटे
लुकाछिपी खेलने के दौरान चार साल की एक मासूम कर में छिप गई। इस दौरान दरवाजा बंद हो गया। वह कार में ही झुलसकर मर गई।
पटना [जेएनएन]। बच्चों के खेल में कभी-कभी ऐसे हादसे हो जाते हैं, जिसे देख-सुन कर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पटना के बिक्रम थाना क्षेत्र के गोरखरी गांव में शनिवार दोपहर ऐसा ही एक हादसा हुआ, जिसे देख-सुन कर लोगों का दिल दहल गया।
हुआ यूं कि गांव के संजीव कुमार की चार वर्षीय बेटी आयुषी घर के पास सहेलियों के साथ लुकाछिपी खेल रही थी। वह पकड़ी नहीं जाए इसलिए पड़ोस के दीपक कुमार की कार में छिप गई। इस दौरान कार का दरवाजा लॉक हो गया। लाख कोशिशों के बाद न तो वह कार का दरवाजा खोल पाई और न ही काला शीशे होने के कारण बाहर से ही उसे कोई देख पाया। आखिर बंद कार का तापमान बढ़ता गया और दम घुटने से बच्ची की मौत हो गई।
कई घंटे बीतने पर भी जब वह घर नहीं पहुंची तो घरवालों ने आयुषी की तलाश शुरू की। उस कार के पास से भी कई बार लोग गुजरे लेकिन किसी को कुछ पता नहीं चला। जब परिजनों ने आयुषी के साथ खेल रहे बच्चों से पूछताछ की तो सब अनभिज्ञता जताने लगे।
आखिर में साथ खेल रही एक बच्ची ने उसके कार में छिपने की बात बताई। इसके बाद जब कार का दरवाजा खोला गया तो बच्ची की हालत देख सब कांप गए। आयुषी कार में मृत पड़ी थी। मां ने जैसे ही बच्ची को गोद में उठाया, उसकी त्वचा उधडऩे लगी। एक मासूम की ऐसी दर्दनाक मौत देखकर हर आंख नम हो गई। कुछ लोग कार मालिक तो कुछ बच्ची के माता-पिता की लापरवाही को इसका कारण बताने लगे।
चाचा राजीव कुमार ने बताया कि आयुषी 11 बजे के करीब घर से खेलने निकली थी। जब वह दो बजे तक घर नहीं आई तो उसकी तलाश शुरू की गई। इस हादसे ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने मामले में यूडी केस दर्ज किया है।