डाकसेवकों की नियुक्ति का डाटा लीक, अभ्यर्थियों से मेरिट लिस्ट में आने के लिए मांगे जा रहे पैसे Patna News
बिहार में साइबर अपराधी भी सक्रिय हैं। अब डाकसेवकों की नियुक्ति के लिए जमा ऑनलाइन आवेदनों का डाटा लीक हो गया है। छात्रों से मेरिट लिस्ट में नाम शामिल कराने के लिए पैसे मांगे जा रहे हैं।
पटना, जेएनएन। बिहार में डाकसेवकों की नियुक्ति के लिए जमा ऑनलाइन आवेदनों का डाटा लीक हो गया है। साइबर अपराधी अभ्यर्थियों को कॉल कर उनके नाम, पिता का नाम व मोबाइल नंबर के साथ आवेदन में दिए गए विवरण बताकर मेरिट लिस्ट में नाम जुड़वाने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों को बैंक खाते का नंबर बताकर तत्काल 25 हजार रुपये जमा करने का प्रलोभन दिया जा रहा है। बिहार के अभ्यर्थियों के पास मोबाइल नंबर-7632880689 व 8207242111 से कॉल आ रही है। कॉल करने वाले व्यक्ति का भारतीय स्टेट बैंक के लखीसराय जिले की सूर्यगढ़ा शाखा का खाता बताता है। हालांकि पड़ताल में बैंक का आइएफएससी कोड सही निकला, लेकिन खाता संख्या मैच नहीं किया। डाक विभाग गावों तक वित्तीय समावेशन का लाभ पहुंचाने के लिए बिहार में जल्द 1400 नए ग्रामीण डाकसेवकों की नियुक्ति करने जा रहा है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किया गया है।
प्राप्त ऑनलाइन आवेदनों में मैट्रिक के अंकों के आधार पर सॉफ्टवेयर स्वत: मेरिट लिस्ट तैयार करेगा। कंप्यूटर से तैयार मेरिट लिस्ट वालों को ही आगे की प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर मिलेगा। विभाग ने डाकसेवकों की नियुक्ति के लिए शैक्षणिक योग्यता मैट्रिक पास रखी है। उच्च शिक्षा की डिग्री इस पद के लिए मान्य नहीं होगी।
ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने के बाद कंप्यूटर ऑटोमेटिक जांच कर वरीयता सूची तैयार कर देगा। नियुक्त होने वाले डाकसेवकों को कंप्यूटर और बैकिंग किट से नया खाता खोलने, पैसा जमा करने और भुगतान करने के लिए प्रशिक्षण देकर कार्य सौंपा जाएगा। बाद में बिहार के सभी जिलों की जरूरत के अनुसार उन्हें पदों पर नियोजित किया जाएगा।