Lockdown Bihar: सावधान! साइबर अपराधी खाली कर रहे अकाउंट, महंगा पड़ेगा पांच रुपये का भी भुगतान
Lockdown Bihar लॉकडाउन के दौरान साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं। वे मात्र एक से पांच रुपये का भुगतान करा अकाउंट खाली कर दे रहे हैं। इसलिए अापको सावधान रहने की जरूरत है।
पटना, जेएनएन। Lockdown Bihar: लॉकडाउन के दौरान साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं। कभी वे एेप डाउनलोड करवाकर तो कभी फेसबुक पर मदद मांगकर लोगों के बैंक अकाउंट को खाली कर रहे हैं। मदद के नाम पर वे इतनी कम रकम मांगते हैं, कि कोई व्यक्ति उनके झांसे में आसानी से आ जाए। अब तक जो मामले सामने आए हैं, उससे मालूम हुआ कि ठग मात्र एक से पांच रुपये तक भुगतान करने को कहते हैं। भुगतान के चंद सेकंड बाद खाते से पूरी रकम उड़ा लेते हैं।
केस 1:
बुधवार को पीरबहोर थाने में मुसल्लहपुर के हॉस्टल में रहने वाली छात्रा के खाते से जालसाज ने चार हजार रुपये निकाल लिए। वह एक एेप डाउनलोड करना चाह रही थी। इसके लिए उसने गूगल से टॉल-फ्री नंबर निकाला था। वह नंबर तो नहीं लगा, लेकिन जालसाज ने समस्या दूर करने का बहाना बनाकर कॉल किया और पूरी रकम निकाल ली। बाद में उसे शादी का प्रस्ताव भी दिया
केस 2:
पीएस रामकृष्ण नगर के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर जालसाज ने लोगों को मैसेंजर पर संदेश भेजा कि मैं दूसरे प्रदेश में फंसा हूं। कोरोना योद्धा होने के कारण कुछ रकम देकर सहयोग करें, ताकि मैं वापस घर आ सकूं। वैसे तो जानकारी होने पर साइबर सेल ने अकाउंट निष्क्रिय कर दिया पर तब तक मुंबई में रहने वाले बिहार निवासी विनीत शांडिल्य के खाते से रकम गायब हो गई थी। उन्होंने एक हजार ट्रांसफर किए थे और 55 हजार की निकासी हो गई।
बरतें ये सावधानी
- अनजान नंबर से कॉल करके कोई आपको अपना मित्र, रिश्तेदार या कॉल सेंटर का प्रतिनिधि बताए और गूगल पे-फोन पे अथवा पेटीएम में रुपए भेजने की बात कहे तो समझ लें कि ठगी होने वाली है।
- केवाईसी अपडेट करने की बात कहकर कोई लिंक शेयर करे तो उसपर क्लिक न करें।
- कैश बैक, रिवॉर्ड प्वाइंट या प्रोमो कूपन के झांसे में न आएं। ऐसे में भेजे गए किसी लिंक पर क्लिक न करें।
- किसी को अपना पासवर्ड, ओटीपी, सीवीवी, डेबिट या क्रेडिट कार्ड नंबर, यूपीआई पिन शेयर न करें।
गंभीरता से चल रही छानबीन
पटना के एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि साइबर अपराध से जुड़ी शिकायतें थाने में आ रही हैं और उनपर गंभीरता से छानबीन की चल रही है। लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। वे किसी प्रकार के प्रलोभन में न आएं वरना साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं।