पटना के युवा आवास में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में दिख रही पूरे भारत की झलक
नेहरू युवा केंद्र, पटना के तत्वावधान में आयोजित उत्तर पूर्वी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में देश के अलग-अलग हिस्सों की इंद्रधनुषी छटा देखने को मिल रही है।
By Edited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 11:07 AM (IST)
पटना, जेएनएन। किताबों में अगर देश के इतिहास न पढ़ें हों तो फ्रेजर रोड स्थित युवा आवास आएं। इन दिनों यहां पूरे भारत की झलक देखने को मिल रही है। विभिन्न राज्यों से आए युवा अपनी लोक संस्कृति का यहां आदान-प्रदान कर रहे हैं। तरह-तरह के इवेंट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए युवा कलाकार अपनी प्रस्तुति के साथ लोक संस्कृति से एक-दूसरे का परिचय कराने में लगे हैं। नेहरू युवा केंद्र, पटना के तत्वावधान में आयोजित उत्तर पूर्वी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में देश के अलग-अलग हिस्सों की इंद्रधनुषी छटा देखने को मिल रही है।
लोक नृत्य व संगीत की उम्दा प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा, असम, नागालैंड, सिक्किम, मेघालय आदि जगहों से आए कलाकारों ने लोक नृत्य व संगीत की उम्दा प्रस्तुति कर दर्शकों को दिल जीता। कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा के कलाकारों ने बोडो ग्रपु डांस, असम का बिहू नृत्य आदि को पेश करने के साथ बिहार के कलाकारों ने होली गीत 'गोरिया करके श्रृंगार' पर नृत्य पेश कर सभी का मन-मोह लिया। ढोल की सम्मोहक थाप और पेपा (भैंस के सींग से बनी तुरही) के साथ वसंत ऋतु के आगमन पर बोहाग बिहू नृत्य कर दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया।
ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर कलाकारों ने बढ़ाया ज्ञान
अलग-अलग राज्यों से आए कलाकारों ने बुधवार को शहर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। कलाकारों ने पटना साहिब स्थित गुरुद्वारा, कंगन घाट, गंगा दर्शन, गांधी संग्रहालय, सभ्यता द्वारा आदि जगहों का भ्रमण बिहार के बारे में जाना। कलाकारों ने गुरुद्वारा पहुंचकर गुरु गोविंद सिंह के बालपन और शौर्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने के साथ लंगर भी छका। वही गांधी संग्रहालय में पहुंच कर गांधी से जुड़ी यादें से रूबरू हुए। कार्यक्रम का संयोजन पुष्पराज, रमाशंकर सिन्हा, पप्पू वर्मा, अशोक कुमार सिंह, समन्वयक रवींद्र मोहन, अरुण कुमार आदि ने किया।
लोक नृत्य व संगीत की उम्दा प्रस्तुति
कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा, असम, नागालैंड, सिक्किम, मेघालय आदि जगहों से आए कलाकारों ने लोक नृत्य व संगीत की उम्दा प्रस्तुति कर दर्शकों को दिल जीता। कार्यक्रम के दौरान त्रिपुरा के कलाकारों ने बोडो ग्रपु डांस, असम का बिहू नृत्य आदि को पेश करने के साथ बिहार के कलाकारों ने होली गीत 'गोरिया करके श्रृंगार' पर नृत्य पेश कर सभी का मन-मोह लिया। ढोल की सम्मोहक थाप और पेपा (भैंस के सींग से बनी तुरही) के साथ वसंत ऋतु के आगमन पर बोहाग बिहू नृत्य कर दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया।
ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर कलाकारों ने बढ़ाया ज्ञान
अलग-अलग राज्यों से आए कलाकारों ने बुधवार को शहर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। कलाकारों ने पटना साहिब स्थित गुरुद्वारा, कंगन घाट, गंगा दर्शन, गांधी संग्रहालय, सभ्यता द्वारा आदि जगहों का भ्रमण बिहार के बारे में जाना। कलाकारों ने गुरुद्वारा पहुंचकर गुरु गोविंद सिंह के बालपन और शौर्य के बारे में जानकारी प्राप्त करने के साथ लंगर भी छका। वही गांधी संग्रहालय में पहुंच कर गांधी से जुड़ी यादें से रूबरू हुए। कार्यक्रम का संयोजन पुष्पराज, रमाशंकर सिन्हा, पप्पू वर्मा, अशोक कुमार सिंह, समन्वयक रवींद्र मोहन, अरुण कुमार आदि ने किया।
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