फिल्मी स्टाइल में अपराधियों ने व्यवसायी को मारी थी गोली
पटना सिटी में बदमाशों ने जदयू नेता को फिल्मी स्टाइल में गोलियां मारी थी।
पटना सिटी। चौक थाना क्षेत्र के मोर्चा रोड स्थित बालाजी ड्रेसेज दुकान वाले मार्केट में शुक्रवार को कारोबारी हत्याकांड का पूरा फुटेज पुलिस को उपलब्ध हो गया है। फुटेज में दिख रहा है कि दालमोठ कारोबारी शंकर बेंच पर बैठकर रामनवमी की सामग्री खरीद रहा है। अपराह्न चार बजे चार की संख्या में हथियारबंद अपराधी मार्केट में तेजी से प्रवेश करते हैं। कारोबारी के साथ गया स्टाफ विवेक कारोबारी को इशारा करता है तबतक चारों अपराधी शंकर पर पीछे से ताबड़तोड़ गोलियों की बौछार करने लगते है। दो अपराधियों के गले में गमछा है। एक अपराधी दाढ़ी बढ़ाए हट्ठा-कट्ठा कदकाठी का है, सामान्य कद काठी हा है। एक का रंग गोरा है, जबकि दो सावंले हैं। सभी की उम्र 20 से 25 वर्ष के बीच है। तीन बदमाश खड़े होकर तथा एक घुटने के बल बैठकर पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिग कर रहा हैं। वहीं मार्केट के बाहर एक अपराधी रिक्शा पर बैठा है। कारोबारी को गोलियों से भूनने के बाद चारों पिस्तौल लहराते निकलते हैं। पांचवां सदस्य भी साथ हो लेता है। मार्केट के बाहर एक अपराधी झोला में लिए बम निकाल सड़क पर पटकता है। पांचों साथी बगल वाली गली से निकलते समय थोड़ी दूर आगे जाकर एक और बम पटक दहशत फैलाता है। पुलिस आसपास लगे अन्य सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगालने में जुटी है। - रात डेढ़ बजे पोस्टमॉर्टम के बाद घर लाया गया शव
- सुबह सात बजे घर से निकली शव यात्रा, सैकड़ों हुए शामिल
- 14 वर्षीय इकलौता पुत्र ने दी पिता को मुखाग्नि
जासं, पटना सिटी : जदयू नेता शंकर पटेल के शव का पोस्टमॉर्टम होने के बाद शुक्रवार रात डेढ़ बजे कैमाशिकोह स्थित घर लाया गया। शव के घर पर आते ही परिजन फूट-फूटकररोने लगे। पत्नी रूबी बार-बार बेहोश हो जा रही थी। शंकर के बड़े भाई मुकुल पटेल भी रोते हुए परिजनों को सांत्वना बंधा रहे थे। शनिवार की सुबह लगभग सात बजे शंकर पटेल की अंतिम यात्रा घर से निकली। अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। अंतिम यात्रा में सभी लोग शंकर के अच्छे व्यवहार की प्रशंसा कर रहे थे। खाजेकलां घाट पर सुबह लगभग 8:30 बजे इकलौता 14 वर्षीय पुत्र पृथ्वी ने मुखाग्नि दी। चाचा मुकुल पटेल व उनके पुत्र के सीने लग वह रोने लगा। रोते-बिलखते पृथ्वी ने पिता को मुखाग्नि दी। चाचा मुकुल कह रहे थे आखिर कैसे हम यहां व्यापार करेगें? दो छोटे भाई विजय और शंकर की हत्या कर दी गई। आजतक हत्यारों को सजा नहीं मिल पाई। वे कहते रहे कि पुलिस में एफआइआर कराकर क्या करेगें? अभी तक हत्यारे नहीं पकड़े गए। अन्य के चेहरे पर भी हत्या को लेकर आक्रोश दिखा।