शिल्पकारों को 'सुविधा केंद्र' से मिलेगा प्रगति का आधार
शिल्प कला और कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए पहल
पटना। शिल्प कला और कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए उद्योग विभाग के अंतर्गत उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान और भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय की आइडीपीएच योजना के अंतर्गत बिहार के 15 जिलों में सामान्य सुविधा केंद्र यानी सीएफसी सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। इन केंद्रों पर शिल्पियों की हर जरूरी सुविधा रहेगी। सुविधा केंद्र के निर्माण का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी इलाकों में रहने वाले शिल्पियों को उनकी कलाकृतियों के निर्माण में मदद करनी है।
शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक अशोक कुमार बताते हैं कि पटना और अन्य जिलों में 15 जगहों पर सुविधा केंद्र के निर्माण को लेकर 15 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। निदेशक ने कहा कि विभिन्न जगहों पर सुविधा केंद्र के निर्माण के लिए एक-एक करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इनमें 40 लाख रुपये भवन निर्माण एवं 60 लाख रुपये फर्नीचर, मशीन, उपकरण आदि पर खर्च किए जाएंगे। सुविधा केंद्र बनने के बाद शिल्प कलाकार इन जगहों पर जाकर कलाकृतियों का निर्माण करने के साथ कला को बढ़ावा देंगे।
इन जगहों पर बनेगा सुविधा केंद्र -
15 जगहों पर शिल्प कला की विभिन्न विधाओं से जुड़े सुविधा केंद्र का निर्माण होगा। इन केंद्रों में आरा में एप्लिक-कशीदा, गया के पत्थरकट्टी में पाषाण शिल्प सुविधा केंद्र, गया में काष्ठ कला सुविधा केंद्र, पटना के उपेंद्र महारथी शिल्प संस्थान परिसर में सुजनी, जूट, टिकुली सुविधा केंद्र का निर्माण होने के साथ मुजफ्फरपुर के भूसरा में सुजनी सुविधा केंद्र, दरभ्ागा के लहेरियासराय में टेराकोटा सुविधा केंद्र, मधुबनी पेंटिंग के लिए जितवारपुर, टेराकोटा के लिए मंगरौनी, सिक्की कला के लिए मधुबनी, रामपुर, मंजूषा केंद्र के लिए भागलपुर, एप्लिक के लिए छपरा और समस्तीपुर के रोसड़ा में वेणु शिल्प सुविधा केंद्र का निर्माण होगा। आरा और गया के पत्थरकट्टी में दो जगहों पर सुविधा केंद्र बनकर तैयार हो गया है। बाकी जगहों पर सुविधा केंद्र के निर्माण का कार्य आधारभूत संरचना विकास प्राधिकार को सौंपा गया है।
बिहार दिवस पर होगा सुविधा केंद्र का उद्घाटन -
पटना के उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान में बनने वाले सुविधा केंद्र में जूट, सुजनी और टिकुली को लेकर कलाकार काम करेंगे। कॉमन सेंटर का उद्घाटन बिहार दिवस के मौके पर 22 मार्च को उद्योग मंत्री करेंगे। निदेशक ने कहा कि गया और आरा में बनने वाले सामान्य सुविधा केंद्र को लेकर मंत्री ने इसकी समीक्षा भी की थी। समीक्षा के बाद इसे जल्द पूरा करने को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
कलाकारों को मिलेगी सारी सुविधाएं -
जिलों में बनने वाले सुविधा केंद्र के बारे में निदेशक ने कहा कि शिल्प कला से जुड़े कलाकारों को केंद्र की ओर से सारी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। कलाकार केंद्र पर आकर कलाकृतियों का निर्माण कर सकते हैं। कलाकृतियों के निर्माण में लगने वाली सामग्री और उपकरण सभी कलाकारों को दिए जाएंगे। वही कलाकृतियों के निर्माण होने के बाद उन्हें बाजार के लिए विभिन्न जगहों पर भेजा जाएगा। इससे कलाकारों को दो पैसे का लाभ मिलेगा।