CoronVirus Update:बिहार में पांच और कोरोना पॉजिटिव मिले, अब मरीजों की संख्या पहुंच गई 29
बिहार में गुरुवार को पांच कोरोना के पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है जिससे अब राज्य में कोरोना पजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। इससे एक मरीज की पहले ही मौत हो चुकी है।
जागरण टीम, पटना। बिहार में गुरुवार को कोरोना के पांच और पॉजिटिव केस मिले हैं। इसके साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। इसमें से कोरोना से संक्रमित मुंगेर के एक युवक की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि एक महिला समेत तीन संक्रमित मरीज ठीक हो चुके हैं।
गुरुवार को मिले पाच रोगियों में दो-दो गया और गोपालगंज के जबकि एक सारण का है। यह जानकारी देर शाम स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने दी। प्रधान सचिव ने बताया कि गुरुवार को आरएमआरआइ में दो और आइजीआइएमएस में तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इसमें बुधवार को मुंगेर के नेशनल हॉस्पिटल में आइसीयू अटेंडेंट गया के जिस युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, उसकी गर्भवती पत्नी और 55 वर्षीय मां हैं। गोपालगंज के दो युवक सऊदी अरब से आए थे। वहीं सारण का युवक इंग्लैंड से हाल में ही लौटा था। कोरोना संक्रमण से मुंगेर के जिस युवक की एम्स पटना में मौत हुई थी, अब तक उसके संपर्क में आने से उसकी पत्नी व भतीजे समेत 13 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है।
वहीं, कोरोना के विश्वव्यापी कहर के बाद बिहार आए साढ़े तीन हजार लोगों के सैंपल जांच लगातार जारी है। इसी बीच सरकार ने फैसला लिया है कि विदेश से आए लोगों के पहले सैंपल निगेटिव आने पर इनकी दोबारा सैंपल जांच होगी।
बिहार में कोरोना का जो पहला मामला मिला था वह विदेश से लौटे व्यक्ति का ही था। इसके संपर्क में करीब दर्जन भर लोग आए जो जांच में पॉजिटिव पाए गए। इस मामले को बड़ा उदाहरण मानते हुए सरकार ने 15 से 23 मार्च के बीच विदेश से बिहार लौटे करीब साढ़े तीन हजार लोगों की जांच का फैसला लिया।
गुरुवार को प्रधानमंत्री ने दूसरी बार सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कोरोना पर चर्चा की। कुछ देशों में कोरोना का प्रकोप दोहराने की आशंकाओं पर आगाह करते हुए कहा कि सतर्क रहने की जरूरत है। शारीरिक दूरी से संबंधित निर्देशों के पालन पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्रियों को यह ध्यान रखने के लिए कहा है कि किसानों से अनाज की खरीद और बैंकों में आने वाली वित्तीय मदद निकालने के लिए भीड़ इकट्ठी न हो। प्रधानमंत्री ने इस सुझाव को भी स्वीकार किया कि विभिन्न धर्मगुरुओं से कहा जाना चाहिए कि किसी तरह की भीड़ एकत्रित नहीं करें। मरकज के कारण कुछ जगहों पर कम्युनिटी ट्रांसमिशन का खतरा बढ़ गया है।