Bihar Coronavirus Cases Update News: बिहार में नौ दिन में डबल हो गए कोरोना के केस, 22 मार्च को मिला था पहला मामला
बिहार में जनता कर्फ्यू के दिन ही कोरोना पाॅजिटिव के दो मामले पहली बार मिले थे। उसी दिन एक मरीज की मौत की भी पुष्टि हुई थ। उसके बाद से तो पॉजिटिव केसों क मिलना लगातार जारी है।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार में कोरोना के पॉजिटिव मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। महज सात दिन में अब यह संख्या दोगुनी हो गई है। 19 मई से 28 मई के बीच कोरोना के 1595 मामले मिले हैं। 19 मई को राज्य 1496 पॉजिटिव थे जो 28 मई को बढ़कर 3090 हो गए। इस बीच यह पता करने के प्रयास भी शुरू हो गए हैं कि कहीं कोरोना का संक्रमण समुदाय तक तो नहीं पहुंच गया है। इसके लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने राज्य सरकार के सहयोग से बिहार में सर्वे भी शुरू कर दिया है।
कोरोना के पहले दो मामले मिले 22 मार्च को
राज्य में कोरोना के पहले दो मामले 22 मार्च को मिले। पटना एम्स ने दो मामले मिलने की पुष्टि की। 22 मार्च के बाद 24 मार्च को दो और नए मामले सामने आए। 26 मार्च तक यह संख्या 9, 28 मार्च को 11 और 31 मार्च तक 21 हो चुकी थी।
एक से 21 अप्रैल के बीच मिले 94 संक्रमित
1 अप्रैल से 21 अप्रैल के बीच राज्य में कोरोना के 94 नए मामले मिले, जिसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 115 हो गई। 22 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच प्रदेश में कोरोना के 294 नए मामले जुड़ गए । जिसके बाद राज्य में पॉजिटिव केस की संख्या 409 पर पहुंच गई।
एक मई से 20 मई के बीच मिले 1141 मामले
एक मई को प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 466 थी जो 20 मई आते-आते 1607 हो गई। 20 दिन की मियाद में राज्य में 1141 नए मामले सामने आए। बता दें कि तीन मई के बाद से बिहार में प्रवासियों की वापसी शुरू हो गई थी।
21 से 28 मई के बीच के बीच बढ़ गए
20 से 21 मई के बीच महज एक दिन में कोरोना के 274 पॉजिटिव मिले। 21 मई को राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 1881 थी जो 28 मई को बढ़कर 3090 हो गई। इस दौरान 1209 नए मरीज मिले। अब सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए समुदाय में संक्रमण की पुष्टि के लिए सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल साइंस और राज्य सरकार के सहयोग से चल रहा है।
अब बढ़ेगी जांच की रफ्तार
बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने जांच में और तेजी लाने का फैसला किया है। राज्य सरकार के आग्रह पर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने पटना के राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट को एक कोबास मशीन मुहैया करा दी है। कोबास मशीन से एक दिन में एक हजार सैंपल की जांच संभव है। अभी अलग-अलग जांच लैब मिलाकर रोज करीब 2800 से 3000 के कोरोना सैंपल की जांच हो रही है। जांच के लिए ट्रू नेट मशीनें भी उपयोग में लाई जा रही है। इसी कड़ी में अब आरएमआरआइ में कोबास मशीन से भी जांच होगी। एक सप्ताह के अंदर आरएमआरआइ मे मशीन इंस्टॉल कर दी जाएगी। जिसके बाद इस संस्थान की क्षमता एक हजार सैंपल प्रति दिन बढ़ जाएगी।