Coronavirus Bihar ROUNDUP 12 May: बिहार में नहीं थम रहा कोरोना का संक्रमण, पढ़ें महत्वपूर्ण 15 खबरें
Coronavirus Bihar ROUNDUP 12 May बिहार में कोरोना का संक्रमण नहीं थम रहा। मंगलवार को भी 81 नए मामले सामने आए। मरीजों की संख्या 830 हो गई है। पढ़ें दिनभर की महत्वपूर्ण खबरें।
पटना, जागरण टीम। Coronavirus Bihar ROUNDUP 12 May: बिहार में कोरोना वायरस का संक्रमण थम नहीं रहा है। मंगलवार को भी 81 नए मामले सामने आए। बिहार में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 830 हो गई है। इसमें सबसे ज्यादा मरीज पश्चिमी चंपारण और रोहतास में सामने आए हैं। मंगलवार को बढ़ने वाले मरीजों में सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर हैं, जो लॉकडाउन तीन में बिहार लौटे हैं। राउंडअप में पढ़ें दिनभर की कोरोना से जुड़ी महत्वपूर्ण 15 खबरें।
1. बिहार में और 81 हुए कोरोना संक्रमित
पटना। बिहार में कोरोना ने मंगलवार को 81 लोगों को अपना शिकार बनाया। इनमें बिहार मिलिट्री पुलिस (बीएमपी) पटना के छह जवानों के अलावा 75 प्रवासी हैं जो विभिन्न राज्यों से चार से आठ मई के बीच बिहार लौटे हैं। 81 नए संक्रमित मिलने के बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 830 हो गई है। वहीं मंगलवार को छह पॉजिटिव लोगों की अंतिम रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।
2. कोरोना के 37430 सैंपल की हुई जांच
पटना। राज्य के स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार ङ्क्षसह ने मंगलवार को बताया कि बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या 830 हो गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में अब तक कोरोना संक्रमण के 37430 सैंपल की जांच हुई है। कुल जांच के आधार पर राज्य में 2.21 फीसद लोग कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। कोरोना से अब तक कुल 383 लोग स्वस्थ्य होकर घर जा चुके हैं। इनका प्रतिशत करीब 48 है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि दूसरे राज्यों से लौटे अब तक 234 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है।
3. बीएमपी 14 के छह और जवान हुए कोरोना के शिकार
पटना। मंगलवार को पटना के खाजपुरा के निकट स्थित बिहार मिलेट्री पुलिस के छह और जवानों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। यह सभी जवान पूर्व के संक्रमित के संपर्क वाले हैं। बीएमपी में अब तक 20 जवानों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। 20 जवानों के संक्रमित होने के बाद पुलिस मुख्यालय के आला अफसरों में हड़कंप है। बीएमपी के अलावा बेलछी से भी एक संक्रमित मिला है। पटना से मंगलवार को सात नए मामले सामने आने के बाद अकेले पटना में कुल संक्रमितों की संख्या 79 हो गई है।
4. खगडि़या-पश्चिमी चंपारण से मिले सर्वाधिक पॉजिटिव
पटना। पटना के अलावा मंगलवार को सर्वाधिक संक्रमित खगड़यिा और पश्चिम चंपारण से मिले हैं। खगडिय़ा से 16 और प. चंपारण से 14 प्रवासियों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। यह सभी लोग प्रखंडों में बने क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती हैं। इन दो जिलों के अलावा कटिहार, भोजपुर, अरवल, सारण, पूॢणया भागलपुर, सिवान, बांका और सुपौल से एक-एक, औरंगाबाद, गोपालगंज और दरभंगा से दो-दो, बेगूसराय से नौ, रोहतास से 13, मुजफ्फरपुर से तीन और मधुबनी से भी चार संक्रमित मिले हैं।
5. कोरोना से अब तक 383 हुए स्वस्थ
कोरोना से अब तक कुल 383 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इनका प्रतिशत करीब 48 है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि दूसरे राज्यों से लौटे अब तक 190 लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है।
6. बोले नीतीश- कोरोना जांच की क्षमता प्रतिदिन दस हजार तक बढ़ाएं
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को यह निर्देश दिया कि नजदीक के राज्यों से बिहार के जो प्रवासी श्रमिक यहां आने को इच्छुक हैैं उनके लिए बसों की व्यवस्था की जाए। वहीं दूर के राज्यों से आने को इच्छुक प्रवासियों को सात दिनों के अंदर लाने को दूसरे राज्यों के साथ समन्वय किया जाए। कोविड-19 की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब रैैंडम जांच से काम नहीं चलने वाला है। अधिक से अधिक कोरोना जांच करें।
7. पटना लौटते ही तेजस्वी ने सरकार पर बोला हमला
पटना। बिहार से बाहर रहने के कारण विरोधी दलों के लगातार हमले झेल रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मंगलवार को पटना लौटते ही कोरोना जांच को नाकाफी बताया। राज्य सरकार को उन्होंने सलाह दी कि प्रतिदिन कम से कम तीन से पांच हजार जांच होनी चाहिए। केंद्र सरकार के पूरी क्षमता के साथ ट्रेनें चलाने के फैसले पर भी तेजस्वी ने सवाल उठाया और कहा कि क्या अब ट्रेनों में फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी अनुपालन नहीं होगा। क्या इससे संक्रमण की आशंका नहीं बढ़ेगी? लॉकडाउन लागू होने के पहले से ही तेजस्वी दिल्ली में थे। हालांकि उन्होंने अपना पता जाहिर नहीं किया था। केंद्र सरकार ने तेजस्वी को वापसी के लिए अनुमति दी थी, जिसके बाद सड़क मार्ग के जरिए ही वह पटना लौटे। पटना आने के बाद तेजस्वी अपनी मां राबड़ी देवी के सरकारी आवास में हैं।
8. पश्चिम चंपारण में फूटा कोरोना बम
बेतिया। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को जिले के 14 लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। इस तरह जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 25 हो गई। डीएम कुंदन कुमार ने इसकी पुष्टि की है। डीएम ने बताया कि ये सभी ट्रेन से अहमदाबाद से आए थे। अलग- अलग क्वारंटाइन सेंटर में इनको रखा गया है। मेडिकल टीम कोरोना संक्रमितों को आइसोलेशन वार्ड में लाने की तैयारी में है।
9. मुजफ्फरपुर में कोरोना पाॅजिटिव की संख्या 12, फ़िर तीन मिले
मुजफ्फरपुर। जिले में फिर तीन कोरोना पाॅजिटिव मंगलवार को भी मिले । इसमें पारु, बोचहां व बंदरा प्रखंड के रहने वाले हैं। इसकी पुष्टि डीएम डाॅ. चंद्रशेखर सिंह ने की है। चार दिनों में 12 संक्रमितों के मिलने से हड़कंप मच गया है।
10. मधुबनी में चार और कोरोना पॉजिटिव
मधुबनी। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार को भी जिले के चार लोगों में कोविड-19 की पुष्टि हुई है। इस तरह जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। इन चार नए मामलों की पुष्टि डीएम डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने की। सोमवार को भी यहां के दो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
11. कोटा से छात्रों को लेकर समस्तीपुर पहुंची विशेष ट्रेन
समस्तीपुर। लॉकडाउन में फंसे छात्र-छात्राओं को लेकर पहली ट्रेन मंगलवार को कोटा (राजस्थान) से समस्तीपुर जंक्शन पहुंची। यहां मेडिकल टीम द्वारा छात्र-छात्राओं की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही। उनके सामान को सैनिटाइज किया जा रहा। रेलवे कर्मियों ने छात्र-छात्राओं को भोजन-पानी दिया। इसके बाद सभी को उनके गृह जिला बस से भेजने की प्रक्रिया की जा रही है। 11 मई की रात राजस्थान के कोटा स्टेशन से छात्र-छात्राओं को लेकर ट्रेन संख्या 09839 समस्तीपुर के लिए प्रस्थान की, जो 12 मई को देर शाम पहुंची।
12. दरभंगा में कोरोना पॉजिटिव दो मरीजों की पहचान
दरभंगा। दरभंगा में मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव दो मरीजों की पहचान हुई है। इसमें से एक बेनीपुर क्वारंटाइन सेंटर में जबकि दूसरा हनुमाननगर क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा था। दोनों ही बाहर से आए थे। डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने इसकी पुष्टि की है। बताया कि हनुमाननगर क्वारंटाइन सेंटर में रह रहा व्यक्ति मुंबई से ट्रक पर सवार होकर 3 मई को आया था। जबकि, दूसरा व्यक्ति ट्रेन से 7 मई को मुंबई से आया था। बताया कि इनके संपर्क में आने वालों की पहचान की जा रही है। बहरहाल सभी को डीएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में भेजा जा रहा है। दो नए मामले सामने आने के बाद अब जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 16 पहुंच गई है।
13. निकाह के पचास दिन बाद बंगाल के लिए विदा हुई बरात
सारण। शादी के पचास दिन बाद आखिरकार खुशबू अपने पति के साथ ससुराल के लिए रवाना हो गई। दुल्हन के साथ बराती बस से बंगाल के लिए रवाना हुए। विदित हो कि इनायतपुर टोला, भिखमही में 22 मार्च को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के बंडील से बरात दाउदपुर आई थी। बंडील निवासी शमीम अख्तर के बेटे फिरोज के साथ खुशबू का निकाह हुआ। इसके अगले ही दिन जनता कफ्र्यू और फिर लॉकडाउन हो गया। दो दर्जन बराती यहां फंस गए। कई बार वापसी का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुए। थक हारकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर वापसी की गुहार लगाई। उसके बाद मंगलवार को सारण डीएम की अनुमति मिल गई। दुल्हन के पिता नैमुल्लाह सिद्दीकी ने बरात को विदा किया।
14. 307 क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती हैं 2376 कोरोना संदिग्ध
पटना। राज्य सरकार ने मार्च महीने से ही कोरोना की आशंका को देखते हुए कोरोना विशेष अस्पताल से लेकर प्रखंड स्तर तक क्वारंटाइन सेंटर और आइसोलेशन सेंटर बनाने की जो प्रक्रिया प्रारंभ की थी उसके फायदे अब दिखने लगे हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में तीन मेडिकल कॉलेज अस्पतालों को कोरोना विशेष अस्पताल का दर्जा दिया गया है। इनमें पटना का एनएमसीएच, गया का एएनएमसीएच और भागलपुर का जेएलएनएमसीएच। इन तीन कोरोना विशेष अस्पताल में कुल बेड संख्या 2344 है। ये सभी आइसोलेशन बेड हैं। इनमें 116 आइसीयू और 50 वेंटीलेंटर बेड हैं। स्वास्थ्य सचिव लोकेश कुमार ने बताया कि इन तीन प्रमुख कोरोना अस्पताल में फिलहाल 41 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। इसके अलावा जिलों में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में 407, राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में बनाए गए कुल 307 क्वारंटाइन सेंटर में 2376 कोरोना के संदिग्ध व्यक्ति भर्ती हैं।
15. लछुआड़ के क्वारंटाइन सेंटर से भागे प्रवासी
जमुई। प्रखंड के प्लस टू झारो ङ्क्षसह पालो ङ्क्षसह उच्च विद्यालय से 35 से अधिक प्रवासी मजदूर क्वारंटाइन सेंटर से भाग निकले। बताया जाता है कि अव्यवस्था को देखते हुए प्रवासी अपना-अपना सामान लेकर वहां से घर चले गए। भागते हुए प्रवासी मजदूरों के फोटो वायरल होते ही प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। प्रवासियों की तलाश में अधिकारी उनके घर जा रहे हैं। बीडीओ वीणा कुमारी का कहना है कि मंगलवार को मजदूर आए ही थे। ऐसे में उन्हें कुछ देर के लिए बाहर रखा गया था। बीडीओ ने कहा कि सभी प्रवासी आसपास के ही थे। वे अपने घर चले गए। फिर जानकारी मिलने पर उन सबको समझा-बुझाकर वापस बुला लिया गया है।