Coronavirus Patna: राजधानी के 16 और निजी अस्पतालों में होगा कोरोना का इलाज, देखें सूची
पटना के 16 और निजी अस्पतालों में कोरोना का इलाज कराया जा सकता है। निजी अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड आरक्षित कर कोरोना रोगियों का उपचार करने का आदेश दिया है।
पटना, जेएनएन। पारस और रूबन मेमोरियल के बाद सिविल सर्जन ने 16 और निजी अस्पतालों को 25 प्रतिशत बेड आरक्षित कर कोरोना रोगियों का उपचार करने का आदेश दिया है। सभी अस्पतालों को मानक के अनुरूप इलाज करना है। इन अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग उन्हीं रोगियों को भेजेगा जो इलाज का खर्च खुद वहन करने को तैयार होंगे। हालांकि, अस्पताल कोरोना उपचार के मानक के अनुरूप है कि नहीं, वहां कितने मरीज भर्ती हैं, कितने खाली हैं और मरीजों की हालत कैसी है, इसकी निगरानी सिविल सर्जन कार्यालय करेगा।
अस्पताल, आइसीयू, वेंटिलेटर, तय बेड, मो. नंबर
- हाईटेक हॉस्पिटल,10, 01, 10, 8709547571
- जीएस न्यूरोसाइंस, 9, 3, 10, 7903737307
- अरविंद हॉस्पिटल, 14, 2, 13, 9308517988
- मेडिका मगध, 20, 03, 25, 7261894664
- डॉ. बिमल हॉस्पिटल, 6, 3, 14, 7488198884
- हार्ट हॉस्पिटल, 10, 3, 10, 9608442366
- श्री मुरलीधर मेमोरियल, 9, 3, 10 9955706874
- अनूप आर्थोपेडिक, 10 , 03 25, 8227896527
- एएस नर्सिंग होम , 05 , 00 , 4 , 9955189419
- पारस एचएमआरआइ, 45, 12, 30, 7360008351
- क्यूरिस हॉस्पिटल, 18, 4, 18, 7369944144
- महावीर वात्सल्य, 86, 2, 14, 9473367421
- पॉम व्यू हॉस्पिटल, 8, 2, 12, 9334284491
- मिडवर्सल हॉस्पिटल, 20, 02, 12, 9679885104
- रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल, 50, 18, 40, 8873037800
- तारा हॉस्पिटल, 11, 6, 9, 8873037311
- बुद्धा कैंसर सेंटर, 7, 2, 2, 7677968298
- नेस्टवा हॉस्पिटल 12, 4, 10, 7360050050
तीन दिनों बाद आरएमआरआइ में कोरोना जांच शुरू
अगमकुआं स्थित राजेन्द्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान में तीन दिनों बाद सोमवार से एक बार फिर कोरोना के सैंपल्स की जांच शुरू हुई। यहां की वायरोलॉजी विभाग के कई टेक्निशियनों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से लैब को 16 जुलाई की रात से बंद कर दिया गया था। निदेशक डॉ. प्रदीप दास ने बताया कि पूर्व के लगभग ढाई हजार बचे सैंपल को रविवार की रात से जांच में लगाया गया। सोमवार को पूर्व के पांच सौ सैंपल तथा नये मिले सात सौ सैंपल की जांच की गई विभिन्न जिलों से सैंपल आने का सिलसिला जारी है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दिन सुबह छह बजे से लेकर रात नौ बजे तक सैंपल लिया जाता है। लैब में लगी कोबास मशीन से हर दिन लगभग आठ सौ और तीन अन्य मशीनों से लगभग नौ सौ सैंपल की जांच की जाती है। कुछ सैंपल की मैनुअल भी जांच की जाती है। हर दिन आरएमआरआइ में लगभग 2100 सैंपल की जांच होती है। प्रत्येक सात घंटे में एक फेज की जांच रिपोर्ट तैयार हो जाती है। निदेशक ने बताया कि सैंपल्स का बैकलॉग खत्म हो चुका है। प्राप्त होने वाले नमूनों की जांच जारी है।