Move to Jagran APP

अब 10 मिनट में चलेगा पता कोरोना हुआ था या नहीं

पटना। किसी व्यक्ति को कोरोना हुआ था कि नहीं अब सरकार इसकी जांच कराने जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 08:30 AM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 08:30 AM (IST)
अब 10 मिनट में चलेगा पता कोरोना हुआ था या नहीं

पटना। किसी व्यक्ति को कोरोना हुआ था कि नहीं, अब सरकार इसकी जांच कराने जा रही है। इसके लिए बिहार मेडिकल सर्विसेस एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीएमएसआइसीएल)ने आइजीजी-आइजीएम एंटीबॉडी कांबो रैपिड किट भी खरीद ली है। दस मिनट में रिजल्ट देने वाली यह किट बताएगी कि 5 से 45 दिन के बीच व्यक्ति कोरोना संक्रमित हुआ है कि नहीं। यदि संक्रमित हुआ है तो एंटीबॉडी विकसित हुआ कि नहीं। इससे समाज में हर्ड इम्युनिटी (कोरोना वायरस से लड़ने वाली एंटीबॉडी यदि 70 से 80 फीसद लोगों में मिले तो इसे हर्ड इम्युनिटी कहते हैं।) विकसित हुई है कि नहीं?

loksabha election banner

---------------

क्यों पड़ी एंटीबॉडी जांच की जरूरत

प्रदेश की बड़ी आबादी ने अभी तक कोरोना की जांच नहीं कराई है। इनमें से बहुत से लोगों को पता भी नहीं चला और वे कोरोना संक्रमित होकर ठीक भी हो गए। ऐसे लोगों में यदि बाद में कोई समस्या होती है तो कोरोना हिस्ट्री की जानकारी के अभाव में डॉक्टर सही उपचार नहीं कर पाते हैं। यही कारण आजकल डॉक्टर अपनी सुरक्षा और लाइन ऑफ ट्रीटमेंट निश्चित करने के लिए शुगर, बीपी, कम्प्लीट ब्लड काउंट आदि के साथ कोविड टोटल एंटीबॉडी टेस्ट भी करा रहे हैं। हालांकि, अभी तक किसी सरकारी अस्पताल में इस जांच की सुविधा नहीं है और निजी लैब 950 रुपये से लेकर 2250 रुपये तक वसूल रही है।

----------

क्या है एंटीबॉडी टेस्ट

पीएमसीएच में माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र नारायण सिंह के अनुसार आइजीएम एंटीबॉडी बताता है कि व्यक्ति हाल में संक्रमित हुआ है। धीरे-धीरे आइजीएम एंटीबॉडी गायब हो जाता है और आइजीजी एंटीबॉडी की लाइन प्रभावी हो जाती है। यह बताती है कि संक्रमण पुराना है।

----------

- 5 से 7 दिन : आइजीएम की हल्की लाइन यानी संक्रमण है।

- 7 से 14 दिन : आइजीएम की लाइन और गाढ़ी यानी संक्रमण की पुष्टि।

- 03 सप्ताह : आइजीजी की लाइन आनी शुरू होगी यानी एंटीबॉडी बन रहे हैं।

- 04 सप्ताह : दोनों गाढ़ी लाइन यानी शरीर वायरस से लड़ रहा है।

-05 सप्ताह : आइजीजी गाढ़ी और आइजीएम हल्की यानी एंटीबॉडी वायरस पर हावी हो गए।

-06 सप्ताह : केवल आइजीजी आएगा यानी आप रोग मुक्त है और शरीर में एंटीबॉडी पर्याप्त मात्रा में है।

--------------------

आइसीएमआर से मान्यता प्राप्त आइजीजी-आइजीएम एंटीबॉडी जांच किट क्रय की गई हैं। यदि परीक्षण में ये सफल रहीं तो हर्ड इम्युनिटी पता करने के लिए बड़े पैमाने पर खरीदारी की जाएगी।

प्रदीप झा, प्रबंध निदेशक बीएमएसआइसीएल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.