पटना पुलिस की लफंगई, लड़की के कमर में हाथ डाला, कहा- कोई कुछ नहीं बिगाड़ लेगा
पटना के गांधी मैदान में उद्योग भवन के पास एक सिपाही ने खुलेआम महिला अधिवक्ता के कमर में हाथ डाल दी। विरोध करने पर कहा कि मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ लेगा।
पटना [जेएनएन]। जिला पुलिस बल के एक सिपाही ने शनिवार सरेशाम महिला अधिवक्ता के साथ ऐसी हरकत की, जिससे पूरा महकमा शर्मसार हो गया। हद तो तब हो गई, जब मातहत को फटकार लगाने के बजाय इंस्पेक्टर ने खुलेआम अधिवक्ता को चुनौती दे डाली कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
पूरा वाकया गांधी मैदान थाने से चंद कदम दूर उद्योग भवन के बाहर हुआ। तमाशबीनों की भीड़ लग गई, जिसके बाद पुलिसकर्मी मौके से खिसक लिए। अधिवक्ता ने इस बाबत थाने में तहरीर दी है जिसकी जांच महिला थाना पुलिस को सौंप दी गई है। महिला थाना प्रभारी विभा कुमार के मुताबिक जांच चल रही है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे जा रहे हैं।
हुआ यूं कि बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में रहने वाली पटना हाईकोर्ट की अधिवक्ता शनिवार की शाम लगभग सात बजे उद्योग भवन के बाहर किताब खरीद रही थीं। उनकी मानें तो उद्योग भवन के अंदर से एक सिपाही निकला और उनकी कमर में हाथ डालकर आगे बढ़ गया। अचानक हाथ लगने पर वह चौंक गई।
जब वह जोर से चिल्लाई तो सिपाही हंसते हुए जीप के पीछे बैठ गया। हालांकि सिपाही की हरकतें स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों ने देख ली थीं। वे गोलबंद होकर जीप रोकने लगे। इस बीच अधिवक्ता अपने मोबाइल से आरोपित सिपाही की तस्वीर लेने लगी।
तभी जीप के आगे बैठा इंस्पेक्टर नीचे उतरा और अपशब्द कहकर भीड़ को हटाने लगा। अधिवक्ता जब इंस्पेक्टर की तस्वीर खींचने लगी तो वह बोला - बहुत लड़कियां और औरतें मेरा फोटो खींचती हैं। हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
अधिवक्ता की शिकायत मिलने पर महिला थानाध्यक्ष ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों का बयान दर्ज किया। अधिकारिक सूत्रों की मानें तो गवाहों ने अधिवक्ता के आरोप को सत्य बताया। दोनों आरोपित पुलिसकर्मी ट्रैफिक के बताए जाते हैं।