मिशन 2019: चुनावी घोषणा पत्र बनाने से पहले ग्राउंड जीरो पर पहुंचेगी कांग्रेस
बिहार में कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र बनाने से पहले ग्राउंड जीरो की स्थिति का आकलन करेगी। चुनावी घोषणा पत्र बनाने से पहले पार्टी हर राज्य में विधिवत विमर्श करेगी।
पटना [एसए शाद]। लोकसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र बनाने से पहले कांग्रेस बिहार में भी ग्राउंड जीरो की स्थिति का आकलन करेगी। लोगों की समस्याएं जानेगी। इसके लिए विभिन्न विषयों एवं समूहों के साथ 20 बैठकें होंगी। शुरुआत 27 अक्टूबर को अल्पसंख्यकों के साथ बैठक होगी। इस बैठक में राहुल गांधी के करीबी सचिन राव मौजूद रहेंगे। फिलहाल चार बैठकों की तिथि निर्धारित हुई है।
चुनावी घोषणा पत्र बनाने से पहले हर राज्य में विधिवत विमर्श करने की यह कवायद पार्टी ने पहली बार आरंभ की है। कर्नाटक में पिछले सप्ताह और महाराष्ट्र में सोमवार को इसकी शुरुआत हो चुकी है। विभिन्न समुदायों एवं वर्गों की समस्याएं जानने के साथ-साथ भाजपा सरकार के कार्यकाल के संबंध में भी फीडबैक लिया जाएगा।
बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय के साथ 27 अक्टूबर को बैठक के बाद पार्टी अगले दिन यानी 28 अक्टूबर को दो और बैठकें करेगी। पहली पाली में महिलाओं और दूसरी पाली में असंगठित क्षेत्र के कामगारों एवं प्रतिनिधियों के साथ विमर्श होगा। इन दो बैठकों में भी सचिन राव मौजूद रहेंगे।
दो नवंबर को किसानों के साथ आरा में यह विमर्श बैठक आयोजित होगी जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह शामिल होंगे।
कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी ने बताया कि 27 को पटना के अनीसाबाद में आयोजित बैठक में मुस्लिम संगठनों, मुस्लिम बुद्धिजीवियों, ईसाई एवं सिख समुदाय के प्रतिनिधियों को मुख्य रूप से आमंत्रित किया गया है।
राज्य के विभिन्न कोनों से लोग इस बैठक में शामिल होंगे। घोषणा पत्र के संबंध में कार्यों के लिए प्रदेश में भी घोषणा पत्र कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी के अध्यक्ष आनंद माधव ने बताया कि 28 अक्टूबर की दोनों बैठक एएन सिन्हा इंस्टिच्यूट में आयोजित की गई है जबकि 27 अक्टूबर की बैठक अनीसाबाद के होटल पाटलिपुत्रा कान्टिनेंटल में होगी।
किसानों के साथ 2 नवंबर की बैठक पटना से बाहर आरा में आयोजित की गई है। अन्य समूहों के साथ बैठकों की तिथि जल्द ही तय की जाएगी। आनंद माधव के नेतृत्व में बनी कमेटी में जया मिश्रा, डा. विकास कृष्ण सिंह, आफाक मोहम्मद खान, डा. रूपम यादव एवं राजीव पासवान विहंगम भी शामिल हैं।
जिन विषयों/ समूहों के लिए होगी बैठक
1. कृषि
2. उद्योग
3. आर्थिक नीति
4. युवा
5. महिला
6. स्वास्थ्य
7. एससी-एसटी
8. अल्पसंख्यक
9. असंगठित क्षेत्र
10. शिक्षा
11. पूर्व सैनिक
12. आधारभूत संरचना
13. मध्यम वर्ग
14. केंद्र-राज्य रिश्ते
15. क्षेत्रीय समस्याएं
16. राष्ट्रीय सुरक्षा
17. आंतकिर सुरक्षा
18. संस्थागत बदलाव
19. पर्यावरण
20. कला संस्कृति