विधानसभा में कांग्रेस ने उठाई मांग, बिहार में शुरू की जाए शराब की बिक्री; लेकिन रखी ये शर्त
बिहार में शराब का अवैध कारोबार और बिक्री को लेकर विधानसभा में एक बार फिर हंगामा हुआ। दूसरी पाली में भी हंगामा खत्म नहीं हुआ तो विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे सोमवार को सभी दलों के नेताओं से बातचीत के बाद निर्णय लेंगे।
राज्य ब्यूरो, पटना : प्रदेश में शराब का अवैध कारोबार और बिक्री को लेकर बुधवार को विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। दूसरी पाली में भी हंगामा खत्म नहीं हुआ तो विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वे सोमवार को सभी दलों के नेताओं से बातचीत के बाद निर्णय लेंगे। राजद विधायक ललित यादव ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले सवाल उठाया। उन्होंने कार्यवाही स्थगित करने की मांग की और कहा कि शराबबंदी पर चर्चा कराई जाए तथा सरकार का जवाब हो। इस दौरान राजद और वाम दल के विधायकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग भी की। वहीं विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा विधायकों को शांत कराने में जुटे रहे।
सवाल को बताया काफी महत्वपूर्ण
अध्यक्ष ने सदन में कहा कि आप लोगों का सवाल काफी महत्वपूर्ण है और हम आपकी बात सुनेंगे, लेकिन विपक्ष लगातार हंगामा करता रहा। इतना ही नहीं, शराबबंदी पर चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्ष के तमाम सदस्य नारेबाजी करते हुए सदन के बीच में आ गए। इस दौरान सदन के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मौजूद नहीं थे। राजद सदस्यों ने मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार से इस्तीफे की मांग की।
पुलिस अफसरों की बर्खास्तगी की मांग
सदन में ललित यादव ने शराबबंदी पर चर्चा कराने और शराब के अवैध कारोबार में संलिप्त पुलिस-अफसरों की बर्खास्तगी की मांग सरकार से की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरह फेल है। राजद विधायकों ने कहा कि मीडिया में यह खबर चल रही है कि बिहार में समानांतर शराब सप्लाई हो रही। माले के महबूब आलम ने खगडिय़ा के महेशखुंट में नाला निर्माण में छह मजदूरों की मौत का मसला उठाते हुए घटना की न्यायिक जांच की मांग करने लगे। सदन को शांत कराने का प्रयास कर रहे अध्यक्ष ने कहा कि पहले प्रश्नकाल होने दें। फिर इस मसले पर बात सुनेंगे। लेकिन हंगामा कर रहे सदस्य न शांत हुए और न अपनी-अपनी सीट पर गए। तब अध्यक्ष ने विपक्ष के नेताओं को एक-एक मिनट में शराबबंदी पर अपनी बात कहने की अनुमति दी।
शराब के दाम तीन गुना बढ़ाकर बिक्री शुरू कराएं
कांग्रेस के अजीत शर्मा ने सरकार से मांग की कि यदि राज्य सरकार शराबबंदी को पूर्ण रूप से लागू नहीं कर पा रही है तो शराब के दाम तीन गुना बढ़ाकर इसकी बिक्री शुरू कराए। अवैध शराब से बिहार का पैसा दूसरे राज्यों में जा रहा है। माकपा के अजय कुमार ने कहा कि शराबबंदी के पक्ष में हैं, लेकिन इसके अवैध धंधे पर सख्ती से रोक लगे। उन्होंने खगडिय़ा में नाला निर्माण के दौरान हादसे में मरे मजदूरों के आश्रितों को 20-20 लाख रुपये मुआवजे देने की मांग की। माले के गोपाल रविदास ने भी मुआवजे देने की मांग की। हंगामे के बीच तीस मिनट देरी से प्रश्नकाल शुरू हुआ और हंगामे में हर सरकार का उत्तर भी हुआ।