Bihar Assembly Election 2020: लंबी छलांग लगाने में जुटी बिहार कांग्रेस, प्रखंड तक की टीमें होंगी मजबूत
जिला से प्रखंड स्तर तक बनाए जाएंगे नए अध्यक्ष। ब्लॉक कमेटियों का गठन भी होगा। उत्तर बिहार के प्रभारी सचिव बनाए गए अजय कपूर। दक्षिण बिहार का जिम्मा वीरेंद्र को मिला।
पटना, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस की राष्ट्रीय अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के निर्देश पर बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election) को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस (Bihar Congress) अपने कील-कांटे दुरुस्त करने में जुट गई है। करीब डेढ़ दशक तक सत्ता से बाहर रहने के बाद 2015 के विधानसभा चुनाव में 27 सीटें जीतने वाली कांग्रेस इस चुनाव और लंबी छलांग लगाने की कोशिश में है। इस लिहाज से पार्टी अब जिला (District) से लेकर प्रखंड (Block) तक अपनी शक्ल-ओ-सूरत बदलने की कवायद में जुट रही है। जरूरत पड़ेगी तो कई जिलाध्यक्षों को भी बदला जा सकता है। वहीं कार्यकारी अध्यक्षों के काम का भी आकलन किया जाएगा।
सोमवार को बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल (Shakti Singh Gohil) ने पार्टी के दो प्रभारी सचिव अजय कपूर (Ajay Kapoor) और वीरेंद्र सिंह राठौर (Virendra Singh Rathaur) को महत्वपूर्ण दायित्व दिए। अजय कपूर को उत्तर बिहार (North Bihar) और राठौर को दक्षिण बिहार (South Bihar) का प्रभार देकर दायित्व सौंपा गया है कि दोनों अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले प्रखंड अध्यक्ष और प्रखंड कमेटियों का चयन करे। प्रखंड अध्यक्ष कौन होगा और कमेटी में कौन होगा, इसका निर्धारण प्राथमिकता पर करते हुए इसकी घोषणा करें।
इसके साथ ही इन दोनों अधिकारियों को यह हिदायत भी दी गई है कि वे प्रदेश कांग्रेस की कमेटी के गठन के पदाधिकारियों के नाम भी प्रस्तावित करें। उन्होंने कहा कि दोनों पदाधिकारी बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ विमर्श कर कमेटी के नाम तय करें और प्रस्ताव उन्हें सौंपे।
गोहिल ने कपूर और राठौर को यह जिम्मेदारी भी सौपी है कि यदि उन्हें लगता है कि जिला कांग्रेस अध्यक्षों को बदलने की जरूरत है तो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के हस्ताक्षर के साथ अनुमोदन केंद्रीय कमेटी को भेज दें। उन्होंने दोनों पदाधिकारियों से कहा है कि वे अपने प्रभार क्षेत्रों में ब्लॉक स्तर पर दौरा करें इस दौरान नए लोगों को कांग्रेस से जोड़े और जमीन स्तर पर कांग्रेस की मजबूती के लिए काम शुरू कर दें। साथ ही प्रभारी सचिव पार्टी के कार्यकारी अध्यक्षों के काम का आकलन भी करें और अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय कांग्रेस कमेटी को भेजे।