Bihar MLC Election 2020: कांग्रेस को एक सीट पक्की, टकटकी लगाए हुए हैं 100 से अधिक उम्मीदवार
Bihar MLC Election 2020 एक अनार सौ बीमार। यह कहावत शब्दश राज्य कांग्रेस पार्टी में जमीन पर उतर गई है। विधान परिषद की एक सीट के दावेदारों की संख्या 100 पार कर गई है। पढ़ें।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar MLC Election 2020: एक अनार, सौ बीमार। यह कहावत शब्दश: राज्य कांग्रेस पार्टी में जमीन पर उतर गई है। विधान परिषद की एक सीट के दावेदारों की संख्या 100 पार कर गई है। प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मदनमोहन झा कहते हैं- इसमें कुछ बुरा नहीं है। पार्टी का हरेक कार्यकर्ता सदन में जाने के लिए सक्षम है। सबको दावा करने का भी हक है। हां, हमारे यहां अंतिम निर्णय लेने की जिम्मेवारी आलाकमान की होती है। अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि पार्टी इस बार विधान परिषद में किसे भेजेगी।
राजद कोटे से है उम्मीद
गुरुवार से विधान परिषद की नौ सीटों के लिए होने वाले चुनाव का नामांकन पत्र भरा जाएगा। कांग्रेस को अपने विधायकों के बल पर एक सीट मिलेगी। उसे राजद कोटे की एक और सीट की उम्मीद है। लोकसभा के पिछले चुनाव के समय राजद ने राज्यसभा की एक सीट देने का वादा किया था। समय आने पर राजद राजी नहीं हुआ। उसका तर्क था कि हमारे दो सदस्य 2020 में नहीं जाएंगे तो राज्यसभा में पार्टी की मान्यता खत्म हो जाएगी। विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस कह सकती है कि राज्यसभा के एवज में विधान परिषद की एक सीट दे दीजिए। वैसे, मदन मोहन झा इस मसले को हल करने की जिम्मेवारी भी आलाकमान पर छोड़ देते हैं।
लॉकडाउन में ढील, फिर भी पैरवीकार मायूस
पार्टी में स्थानीय स्तर पर परिषद की इस सीट के लिए कोई जोड़ घटाव नहीं किया है। लॉकडाउन ने उम्मीदवारों को दिल्ली जाकर अपने पक्ष में लॉबी करने से भी रोक दिया था। लॉकडाउन में ढील है। फिर भी पैरवीकार दिल्ली नहीं जा रहे हैं, क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इन दिनों कोरोना और कई राज्यों में हो रहे राज्यसभा चुनावों में व्यस्त हैं। सो, मुलाकात के लिए किसी को समय नहीं मिल रहा है।
20 जून के बाद होगा फैसला
उम्मीद की जा रही है कि 19 जून को राज्यसभा का चुनाव खत्म होगा। 20 जून के बाद ही परिषद की उम्मीदवारी को लेकर कोई फैसला होगा। बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल गुजरात से राज्यसभा के उम्मीदवार हैं। वही प्रदेश इकाई को नामों की सिफारिश करने के लिए कहेंगे। उम्मीदवारों के पैनल पर आलाकमान अंतिम फैसला लेगा।