एनपीएस व रनिंग अलाउंसेंज के मुद्दे पर रेलकर्मी व प्रबंधन में टकराव
रेल मंत्रालय की ओर से कर्मचारियों की मांगों की पूर्ति के मामले में पूरी तरह उदासीनता का लगाया आरोप
पटना। रेल मंत्रालय की ओर से कर्मचारियों की मांगों की पूर्ति के मामले में पूरी तरह उदासीनता बरती जा रही है। रेलकर्मियों की वाजिब मांगों को भी दबाकर रखा जा रहा है। चाहे न्यू पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने की बात हो या फिर रनिंग कर्मियों को रनिंग अलाउंसेज के भुगतान का मामला हो, सारे मामलों की फाइल रेल मंत्रालय में अटकी है। पुराने लंबित सारे मामलों को लेकर बुधवार को पूर्व मध्य रेल की सभी 12 शाखाओं के प्रतिनिधि मंडलीय परिषद की बैठक में जुटे थे।
मीडिया समन्वयक एके शर्मा ने बताया कि इसीआरकेयू के महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने रनिंग कर्मचारियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि रेल परिचालन में लोको पायलटों की अहम भूमिका होती है। रनिंग कर्मियों के अलाउंसेज के मामले में बातचीत में समझौता होने के बावजूद रेल मंत्रालय के स्तर पर टाल-मटोल किया जा रहा है। ट्रैकमैनों के कैडर रि-स्ट्रक्च¨रग की समस्या को जानबूझकर तिल का ताड़ किया जा रहा है। ट्रैकमैन को सभी विभागों में अवसर देने की मांग भी काफी अर्से से लंबित है। यूनियन के एसएसडी मिश्र, बिन्दु सिंह, मुरारी सिंह, विश्वमोहन सिंह, संजय कुमार मंडल आदि कर्मचारी नेताओं ने कार्य स्थल पर महिला कर्मियों के लिए शौचालय की व्यवस्था करने, सभी रिक्त पदों को भरने, नए कार्य के लिए नए पद सृजित करने, अंधाधुंध आउटसोर्सिग पर रोक लगाने, महिलाओं का मातृत्व अवकाश बढ़ाकर 300 दिन करने, ग्रुप सी के उच्चतम पदों को राजपत्रित करने, ट्रेनों के रखरखाव के लिए पार्ट-पुर्जे की नियमित आपूर्ति करने की मांग रखी। पटना शाखा की ओर से धनराज राम, सुनील सिंह, एके शर्मा समेत कई कर्मचारी नेताओं ने भी अपने विचार रखे।