सीएम नीतीश का जवाब- भ्रष्टाचार को न तो कभी बर्दाश्त किया है और न करेंगे
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विरोधियों को जवाब देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार को न तो कभी बर्दाश्त किया है और न हीं करेंगे। बिहार में अब डबल इंजन लग गया है, विकास तेजी से होगा।
पटना [जेएनएन]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि जान लीजिए, मैंने भ्रष्टाचार से न समझौता किया है और न कभी करूंगा। हम जो कहते हैं उस पर दृढ़ रहते हैं। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जो सज्जन शराबबंदी के खिलाफ आयोजित मानव शृंखला में गांधी मैदान में मेरे साथ खड़े थे वह आज शराबबंदी पर प्रश्न उठा रहे हैं। असल में कुछ लोग वक्त के हिसाब से बोलते हैं।
चैंबर ऑफ कॉमर्स के सभागार में बिहार राज्य खाद्यान्न व्यवसायी संघ के खुला सम्मेलन और संघ के संस्थापक अध्यक्ष स्व. रामलखन प्रसाद गुप्ता की 92 वीं जयंती पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने यह बात कहीं।
मुख्यमंत्री ने व्यावसायियों को कहा कि आपके आस-पड़ोस में अगर दारू का धंधा चल रहा है तो तुरंत सूचना दीजिए। कोई छूटेगा नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में व्यवसायी वर्ग की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। बिहार में हमने कानून के राज्य को प्राथमिकता दी। व्यवसायी वर्ग को किसी भी प्रकार की उलझन न हो इसके लिए वे सोचते रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों की आदत है कुछ-कुछ बोलते रहने की। हमलोग इस पर ध्यान नहीं देते। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य में अब एक धारा की सरकार है। इससे बिहार को फायदा होगा। सीमांचल में बाढ़ राहत कार्य चलाने में इसका असर भी दिखा। प्रधानमंत्री जब बाढ़ के हवाई सर्वे को पूर्णिया आए थे तो लौटने के क्रम में उन्होंने मुझे यह कहा कि चिंता मत कीजिएगा, हर तरह की मदद करेंगे।
बिहार में न्याय के साथ विकास की नीति है। हमारी विकास दर दोहरे अंक में है। देश की औसत विकास दर से भी अधिक है यहां की विकास दर। बाजार समिति की वजह से कारोबारियों को पूर्व में होने वाली परेशानी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार देश का इकलौता राज्य है जिसने बाजार को मुक्त कर दिया। एफसीआइ के बोरे की वजह से कारोबारियों को होने वाली परेशानी के संबंध में उन्होंने बताया कि खाद्य आपूर्ति विभाग से इस बारे में बात की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दो अक्टूबर से बिहार में दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान शुरू होगा। प्रकाशोत्सव का आयोजन इस बार भी पिछले वर्ष की तरह ही भव्य होगा।