Lok Sabha Election: साध्वी प्रज्ञा पर CM नीतीश ने कहा, भाजपा उन्हें पार्टी से बाहर करे
Lok Sabha Election सातवें चरण के मतदान में रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वोट डाला। इसके बाद उन्होंने कहा कि चुनाव इतनी गर्मी में और इतनी लंबी अवधि तक नहीं होने चाहिए।
By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 08:20 AM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 08:55 PM (IST)
पटना [जेएनएन]। बिहार में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में रविवार को अाठ सीटों (नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद) पर वोट डाले गए। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पटना में मतदान किया। साथ ही उन्होंने गर्मी के मौसम में लंबी चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए। नीतीश कुमार ने प्रज्ञा ठाकुर के विवादित बयान की भी निंदा की। उन्होंने कहा कि भाजपा को उन्हें पार्टी से बाहर करने पर विचार करना चाहिए।
गर्मी में नहीं होना चाहिए इतना लंबा चुनाव
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार की सुबह मतदान शुरू होने के कुछ ही मिनटों के अंदर पटना में मतदान करने अपने बूथ पर पहुंच गए। मतदान के पहले उन्होंने जनता को 'पहले मतदान, फिर जलपान' का संदेश दिया। मतदान के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव एक या दो चरणों में होने चाहिए। इतनी गर्मी में इतना लंबा चुनाव नहीं होना चाहिए। चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में होने चाहिए। यह आम लोगों से जुड़ा मामला है। इसके लिए वे सर्वदलीय बैठक की पहल करेंगे।
सभी राजनीतिक दलों को लिखेंगे पत्र
विदित हो कि 2019 का लोकसभा चुनाव कड़ाके की गर्मी के दौरान सात चरणों में संपन्न हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गर्मी के कारण वोटरों को होने वाली परेशानी पर आपत्ति दर्ज करते हुए अपने सुझाव दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी दलों के नेताओं को इस बारे में आम सहमति बनानी चाहिए। इसके लिए वे सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिखेंगे।
चुनाव में ठीक नही कटुता का माहौल
चुनाव प्रचार के दौरान अमर्यादित बयानों पर भी मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि चुनाव में हर तरफ से मर्यादा की बात होनी चाहिए। मैं जब तक हूं, मर्यादा का पालन करूंगा। कटुता का माहौल पैदा करना ठीक नहींं है।
उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने पर बल दिया तथा कहा कि इसके लिए वे अंतिम दम तक लगे रहेंगे। जदयू का मेनिफेस्टो प्रकाशित नहीं किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पहले से ही प्रकाशित है। 2005 से अभी तक एक ही मेनिफेस्टो है।
साध्वी प्रज्ञा के बयान की निंदा
भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई भाजपा काआंतरिक मामला है, लेकिन हम ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
लालू की किताब पर कही ये बात
नीतीश ने लालू यादव पर आयी किताब पर भी बयान दिया। कहा कि इससे बढ़ कर कोई और बकवास नहीं। गत विधानसभा चुनाव में लालू यादव की प्रतिष्ठा महागठबंधन के कारण बढ़ी। लालू ने ऐसी बात की, जिसके कारण उनका साथ छोड़ना पड़ा। उन्होंने राजग की सरकार बनने के बाद प्रशांत किशोर को मध्यस्थता के लिए लालू यादव के पास भेजने से भी इनकार किया।
गर्मी में नहीं होना चाहिए इतना लंबा चुनाव
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार की सुबह मतदान शुरू होने के कुछ ही मिनटों के अंदर पटना में मतदान करने अपने बूथ पर पहुंच गए। मतदान के पहले उन्होंने जनता को 'पहले मतदान, फिर जलपान' का संदेश दिया। मतदान के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि चुनाव एक या दो चरणों में होने चाहिए। इतनी गर्मी में इतना लंबा चुनाव नहीं होना चाहिए। चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में होने चाहिए। यह आम लोगों से जुड़ा मामला है। इसके लिए वे सर्वदलीय बैठक की पहल करेंगे।
सभी राजनीतिक दलों को लिखेंगे पत्र
विदित हो कि 2019 का लोकसभा चुनाव कड़ाके की गर्मी के दौरान सात चरणों में संपन्न हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गर्मी के कारण वोटरों को होने वाली परेशानी पर आपत्ति दर्ज करते हुए अपने सुझाव दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी दलों के नेताओं को इस बारे में आम सहमति बनानी चाहिए। इसके लिए वे सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिखेंगे।
चुनाव में ठीक नही कटुता का माहौल
चुनाव प्रचार के दौरान अमर्यादित बयानों पर भी मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि चुनाव में हर तरफ से मर्यादा की बात होनी चाहिए। मैं जब तक हूं, मर्यादा का पालन करूंगा। कटुता का माहौल पैदा करना ठीक नहींं है।
उन्होंने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने पर बल दिया तथा कहा कि इसके लिए वे अंतिम दम तक लगे रहेंगे। जदयू का मेनिफेस्टो प्रकाशित नहीं किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पहले से ही प्रकाशित है। 2005 से अभी तक एक ही मेनिफेस्टो है।
साध्वी प्रज्ञा के बयान की निंदा
भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई भाजपा काआंतरिक मामला है, लेकिन हम ऐसे बयानों को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
लालू की किताब पर कही ये बात
नीतीश ने लालू यादव पर आयी किताब पर भी बयान दिया। कहा कि इससे बढ़ कर कोई और बकवास नहीं। गत विधानसभा चुनाव में लालू यादव की प्रतिष्ठा महागठबंधन के कारण बढ़ी। लालू ने ऐसी बात की, जिसके कारण उनका साथ छोड़ना पड़ा। उन्होंने राजग की सरकार बनने के बाद प्रशांत किशोर को मध्यस्थता के लिए लालू यादव के पास भेजने से भी इनकार किया।
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