CM नीतीश ने पत्रकारों से कहा- अरे, रूक जाईए भाई,19 जनवरी के बाद देंगे सवालों के जवाब
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू प्रदेश अध्यक्ष के यहां चूड़ा-दही के भोज में शामिल होने पहुंचे वहां पत्रकारों से कहा कि-आपके सभी सवालों के जवाब 19 जनवरी के बाद देंगे।
पटना [राज्य ब्यूरो]। मकर संक्रांति के मौके पर बुधवार को जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह की ओर से दिए गए चूड़ा-दही भोज में शामिल होने आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब मीडियाकर्मियों ने नागरिकता कानून, एनपीआर एवं एनआरसी को लेकर सवाल पूछा तो नीतीश ने कहा कि अभी रूक जाईए, 19 जनवरी के बाद आपके सारे सवालों का जवाब देंगे। अभी हमारा पूरा ध्यान मानव श्रृंखला पर लगा है।
मानव श्रृंखला में शामिल होने की अपील की
मुख्यमंत्री ने लोगों से जल-जीवन-हरियाली के पक्ष में 19 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण सुरक्षा के प्रति लोगों में जागृति आ रही है। जलवायु परिवर्तन की बात को लोग स्वीकार करने लगे हैं और यह मानने लगे हैं कि इससे नुकसान होने वाला है। बड़ी संख्या में लोग 19 जनवरी को मानव शृंखला में शामिल होंगे। आप सब खुद भी आएं और दूसरे लोगों को भी प्रेरित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल और हरियाली है, तभी तक जीवन सुरक्षित है। प्रकृति का जिस तरह से दोहन किया जा रहा है, उससे भविष्य में जीवन पर खतरा उत्पन्न हो सकता है। ऐसे में जल-जीवन-हरियाली पर बनने वाली मानव शृंखला लोगों को सचेत करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली के तहत चलाए जा रहे कार्यक्रमों में 11 अवयवों को शामिल किया गया है। कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। अगले तीन वर्षों में इस पर साढ़े 24 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। अभियान के तहत कई क्षेत्रों का दौरा किया गया है। उससे कई बातें सामने आई हैं। लोगों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए सरकार हर प्रयास करेगी।
मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को मिलेंगे आवास
मुख्यमंत्री आवास योजना से संबंधित एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में जिनके नाम छूट गए हैं, उन्हें भी आवास मिलना चाहिए। ऐसे लोगों के नाम फिर से भेजे गए हैं। केंद्र सरकार उस पर काम कर रही है। केंद्र की ओर से सुविधाएं मिलेंगी। किंतु इसमें ज्यादा देर नहीं हो, इसके लिए वैसे लोगों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास देने का काम शुरू किया गया है।
मुजफ्फरपुर में एइएस से प्रभावित क्षेत्रों का आर्थिक सामाजिक सर्वे कराया गया है। उसके आधार पर तय किया गया है कि वहां के हर परिवार को खासकर कांटी क्षेत्र में मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके अलावा राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी इस सुविधा से वंचित लोगों को शामिल किया जाएगा।