राबड़ी आवास से सुरक्षा हटाए जाने पर CM नीतीश हुए नाराज, गृह मंत्रालय से मांगी रिपोर्ट
राबड़ी देवी ने अपने आवास से सुरक्षाकर्मियों को हटाए जाने के बाद सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा था जिसे लेकर सीएम ने गंभीरता दिखाई है और गृह मंत्रालय से इसके बारे में पूरी जानकारी मांगी है।
पटना [जेएनएन]। सियासी बयानबाजी के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी के पत्र पर संज्ञान लिया और गृह विभाग से इस बारे में पूरी जानकारी मांगी कि आखिर राबड़ी आवास से सुरक्षा वापस क्यों ली गई। इसके साथ ही सीएम नीतीश ने आदेश दिया कि राबड़ी देवी के पटना स्थित आवास की सुरक्षा को फिर से बहाल किया जायेगा।
कर्नाटक के वापस लौटते ही मुख्यमंत्री इस मामले में नाराजगी जाहिर करते हुए पूरी रिपोर्ट मांगी है। नीतीश ने पटना पहुंचते ही इस मामले में गृह विभाग से पूरी जानकारी मांगी कि कब, क्यों और किस स्तर पर दो पूर्व सीएम को जीवन भर के लिए दिए गए सरकारी आवास की सुरक्षा व्यवस्था में परिवर्तन किया गया?
इसके बाद आज राबड़ी आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और सुरक्षाकर्मियों को फिर से तैनात किया गया है। राबड़ी आवास के बाहर अब पटना पुलिस की तैनाती की गई है। डीेएसपी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अधिकारियों के नेतृत्व में तैनाती की गई। सुरक्षा पर अब पुलिस की पैनी नजर है।
इससे पहले मंगलवार की रात नौ बजे लालू यादव की सुरक्षा में लगे जवानों को वापस बुला लिया गया। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उनके दोनोें पुत्रों तेजस्वी और तेजप्रताप ने भी अपने सुरक्षाकर्मियों को वापस भेज दिया था। उसके बाद बिहार में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई थी। राबड़ी सहित राजद ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार पर आरोप लगाया था।
इन बयानों के बीच राज्य पुलिस मुख्यालय से एडीजी एस के सिंघल ने बताया कि पूर्व सीएम राबड़ी देवी, प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप की सुरक्षा में कोई कटौती नहीं की गई है।
उन्होंने बताया था कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को जेड प्लस के साथ कुल 56, लालू यादव को जेड प्लस के साथ 3 पुलिस पदाधिकारी के साथ 2-8 सी आरपीएफ बल, तेजस्वी यादव के साथ 27 और तेज प्रताप यादव के साथ 10 सुरक्षाकर्मी अब भी तैनात हैं।