नीतीश कुमार का केसीआर से किनारा, कार्यक्रम में नहीं करेंगे शिरकत, बोले- तेजस्वी और ललन से जाने के लिए कहा
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की ओर से फरवरी में आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे। हालांकि उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को कहा है।
पीटीआई, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को खुलासा किया कि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की ओर से फरवरी में आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम में शिरकत नहीं करेंगे। हालांकि, नीतीश ने यह भी कहा कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उन्होंने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को कहा है।
जद (यू) के प्रमुख नेता ने जोर देकर कहा कि केसीआर के कार्यक्रम में जदयू प्रतिनिधि के शामिल होने से बिहार में कांग्रेस के साथ साझेदारी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बता दें कि तेलंगाना में केसीआर और कांग्रेस को प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में देखा जाता है।
समाधान यात्रा के क्रम में रविवार को कैमूर जिले में पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि वह (केसीआर) चाहते थे कि मैं उनके समारोह में शामिल होने जाऊं। जब मैंने अपनी जरूरी व्यस्तताओं का हवाला देते हुए असमर्थता जताई तो उन्होंने अनुरोध किया कि मैं पार्टी की ओर से किसी को नियुक्त करूं। इसलिए मैंने फिर इस बारे में ललन से बात की।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि केसीआर ने उन्हें राजद नेता तेजस्वी यादव से भी बात करने के लिए कहा था। बिहार के सीएम ने इस पर कहा कि मैंने केसीआर को आश्वासन दिया कि मैं जरूर बात करूंगा, लेकिन आपको भी उप मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए। नीतीश ने कहा कि दोनों (ललन और तेजस्वी) हैदराबाद जाएंगे।
बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने इसी महीने की शुरुआत में विपक्षी नेताओं की एक बैठक की थी। अब फरवरी के दूसरे सप्ताह में एक और भव्य आयोजन की योजना बना रहे हैं। इसके तहत नए सचिवालय भवन का उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाना है। इसके बाद एक सार्वजनिक बैठक भी होगी।
पिछले कार्यक्रम में नीतीश कुमार की अनुपस्थिति ने विपक्षी एकता को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए थे। हालांकि, बाद में बिहार के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया था कि उन्हें न तो आमंत्रित किया गया था और न ही वे राज्य से बाहर जाने की स्थिति में थे।
जद(यू) प्रमुख ने उन सुझावों को भी खारिज कर दिया था कि गैर-कांग्रेसी, गैर-भाजपाई मोर्चे केसीआर के साथ तालमेल बिठाने का मतलब है कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में भगवा दल के खिलाफ 'एकजुट विपक्ष' के विचार को त्याग दिया है।
भारत जोड़ो यात्रा के समापन का इंतजार: नीतीश
जद(यू) नेता नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है कि मैं उनकी (भारत जोड़ो) यात्रा के समापन की प्रतीक्षा कर रहा हूं, जिसके बाद विभिन्न दल एक साथ बैठेंगे और एक गठबंधन बनाने की संभावना तलाशेंगे, जो अधिक से अधिक लोगों को साथ ले सके।
कुमार ने यह भी बताया कि उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन को तोड़ने और 'महागठबंधन' में शामिल होने के तुरंत बाद दिल्ली जाकर और विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बातचीत करके इस और आगे बढ़ाने का काम किया था।