सीएम नीतीश ने कहा- लोगों की सबसे बड़ी जरुरत है रेलवे, इसका निजीकरण असंभव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि रेलवे से मेरा भावनात्मक लगाव है। भारतीय रेलवे का निजीकरण असंभव है इसके बिना देश को नहीं चलाया जा सकता है।
पटना [राज्य ब्यूरो]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि रेलवे का निजीकरण असंभव है। जो सिस्टम है वह बरकरार है। रेलवे में सबसे बड़ी चीज है रेल सुरक्षा। रेलकर्मियों के बीच रेल सेफ्टी को लेकर संवेदनशीलता बढ़ाने की जरूरत है।
रेलवे का सिस्टम इतना बड़ा है कि जब तक सूक्ष्मता से पूरी चीजों को नहीं देखेंगे तब तक कुछ भी संभव नहीं। राजधानी में आयोजित ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के सातवें क्षेत्रीय युवा सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने यह बात कही। इस मौके पर उन्होंने पूर्व रेल मंत्री के रूप में अपनी स्मृतियों को भी साझा किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप चाहे सड़क को जितना भी दुरुस्त कर लीजिए और हवाई जहाज की सेवा जितनी बढ़ जाए, रेलवे की भूमिका कभी खत्म नहीं हो सकती। राष्ट्रीय एकता का प्रतीक रेलवे का महत्व कभी कम नहीं होने वाला है। रेलवे के बिना देश को चलाना संभव नहीं है।
आवश्यकता के अनुरूप इंतजाम और समस्या सुनकर निदान करना जरूरी है। जब रेलकर्मियों को उत्साहित नहीं रखेंगे तो फिर रेलवे को कैसे ठीक से चला पाएंगे। आज रेलवे में बड़ी संख्या में युवा कर्मी हैैं। युवाओं को प्रेरित करना है।
पूर्व रेल मंत्री के रूप में रेलवे से जुड़ी अपनी स्मृतियों को साझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे मेंस फेडरेशन से उनका भावनात्मक लगाव था। रेलवे के विस्तार व उसकी कमियों को दूर करने तथा रेल कर्मियों की समस्या के समाधान के लिए वह हमेशा चर्चा करते थे।
रेल सुरक्षा को लेकर उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्तर पर बैठक कराई थी। तीन घंटे तक चली बैठक में हमने रेलवे सेफ्टी फंड का प्रस्ताव दिया था। स्पेशल रेलवे सेफ्टी फंड पर प्रधानमंत्री ने सहमति दी थी।