CM नीतीश ने कहा-किसी के भरोसे नहीं, अपने बूते आगे बढ़ रहा बिहार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार जैसे राज्यों के कारण देश नहीं पिछड़ा है। अगर एेेसा है तो उन राज्यों को सहायता मिलनी चाहिए। बिहार अपने बूते विकास की सीढ़ियां चढ़ रहा है।
पटना [जेएनएन]। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत के विवादास्पद बयान कि बिहार जैसे राज्यों की वजह से देश पिछड़ा है, इसके बाद बिहार में राजनीतिक बयानबाजी चलती रही और आ्द्री के सचिव शैबाल गु्प्ता ने इसपर आपत्ति जताते हुए उन्हें पदमुक्त करने की भी मांग की।
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नीति आयोग के सीईओ को जवाब देते हुए कहा कि बिहार और इसके जैसे अन्य राज्य, जो पिछड़ेपन के शिकार हैं, उनका पिछड़ापन दूर करने के लिए हर तरह की विशेष सहायता मिलनी चाहिए। यह आवश्यक है। ये सभी बातें अपनी जगह पर हैं। लेकिन, बिहार अपने बलबूते भी विकास कर रहा है। हर क्षेत्र के विकास की यह कोशिश हम करते रहेंगे।
सवालिया लहजे में पूछा-क्या थी बिहार की स्थिति...
मुख्यमंत्री बुधवार को वीर कुंवर सिंह के तीन दिवसीय 160वें विजयोत्सव के अंतिम दिन बापू सभागार में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि क्या थी पहले बिहार की स्थिति? हमलोगों ने कार्यभार संभाला तब 22 हजार करोड़ बिहार का सालाना बजट हुआ करता था। आज यह बजट बढ़ कर एक लाख 80 हजार करोड़ का हो गया है।
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार कर रहे प्रयास
उन्होंने कहा कि विकास में महिला-पुरुष की समान भागीदारी होनी चाहिए। इससे विकास अपनी ऊंचाइयों को छुएगा। नर-नारी समानता के लिए राज्य सरकार निरंतर कार्य कर रही है। इसकी शुरुआत हमलोगों ने ग्राम पंचायतों और प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति में 50 फीसदी आरक्षण देकर की थी। बाद में इसका निरंतर फैलाव महिलाओं को सशक्त करने के लिए होता रहा। इसी कड़ी में अभी मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की शुरुआत की गई है।