CM नीतीश का आह्वान: पाठ्यक्रम के माध्यम से भी बताएं जल-जीवन-हरियाली की बात
मुख्यमंत्री नीतीश कमार ने पटना से सूबे के नौ प्रमंडलीय मुख्यालयों में परीक्षा भवन व बिहार बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने क्या कहा जानिए।
पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को शिक्षा विभाग से जुड़े आयोजन में कहा कि पाठ्यक्रम के साथ जल-जीवन-हरियाली अभियान की सभी बातों को बताएं। इससे आने वाली पीढ़ी का जीवन सुरक्षित होगा। अपनी जल-जीवन-हरियाली यात्रा में उन्होंने कई जगहों पर स्कूल के बच्चे-बच्चियों को सुना। उनमें जागृति आ रही है। स्थानीय अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सूबे के नौ प्रमंडलीय मुख्यालयों में परीक्षा भवन सह बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar Board) के क्षेत्रीय कार्यालयों का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यह घोषणा भी की कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा बिहार के सभी माध्यमिक विद्यालयों को एक-एक कंप्यूटर व एक प्रिंटर दिए जाएंगे। जिन विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक होगी वहां इसकी संख्या बढ़ायी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम हो रहे। उन्होंने कहा कि वह इतना इंजताम करेंगे कि जिस किसी भी विषय को पढऩा चाह रहे, वह यहां उपलब्ध होगा। यह भी कहा कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा पटना में पच्चीस हजार परीक्षार्थियों की क्षमता वाला परीक्षा भवन बनाया जाएगा। इसके लिए जमीन भी आवंटित हो गया है। देश में इतनी बड़ी क्षमता वाला अपने किस्म का यह पहला परीक्षा भवन होगा। पास में एक एकड़ का तालाब भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से कुछ ही वर्षों के परीक्षा के मामले में बिहार की परिस्थिति बदल गई है। मैट्रिक परीक्षा की क्या स्थिति थी? कुछ लोगों के भ्रष्टाचार को भी देखा गया। पर नयी टेक्नोलॉजी के आ जाने से सभी कुछ पारदर्शी हो गया। अधिकारियों को अलर्ट करने वाले अंदाज में उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी पर भी नजर रखिएगा। न जाने कौन इधर-उधर करने लगे। इस बात का ध्यान रखा जाए कि टेक्नोलॉजी में कोई गड़बड़ी पैदा नहीं करे।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आज फिर से पोर्न साइट पर प्रतिबंध लगाए जाने की बात दोहरायी। कहा कि अप्रैल तक सूबे के सभी ग्राम पंचायतों में नौवीं कक्षा की पढ़ाई की व्यवस्था हो जाएगी। कुछ विषयों में शिक्षकों की कमी है उसे भी दूर करने पर शिक्षा विभाग काम कर रहा है।
शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन व बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार व सचिव मनीष कुमार वर्मा भी इस मौके पर मौजूद थे।