नेपाल में राष्ट्रपति के कारकेड पर फेंका बम, पुलिस फायरिंग, 15 घायल
मधेशियों ने विवाह पंचमी के मौके पर आज जनकपुर पहुंचीं नेपाल की राष्ट्रपति विद्या भंडारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा उन्हें काले झंडे दिखाए। मधेशियों ने राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के काफिले पर पेट्रोल बम से भी हमला किया। नेपाली सेना ने राष्ट्रपति को सुरक्षित निकाल लिया।
जागरण टीम, पटना। विवाह पंचमी के मौके पर आज जनकपुर पहुंचीं नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी के खिलाफ मधेशियों ने जमकर नारेबाजी की तथा उन्हें काले झंडे दिखाए। आंदोलकारियों ने उनके काफिले पर पेट्रोल बम से हमला किया। नेपाली सेना ने राष्ट्रपति को घटनास्थल से सुरक्षित निकाल लिया।
राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी राम विवाह उत्सव में शामिल होने जनकपुर आईं थीं। मधेशियों ने पहले से ही उनके आगमन का विरोध करने की घोषणा की थी।
बम फेंका, मंच फूंका
आज राष्ट्रपति के आते ही जनकपुर के कई इलाकों में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया। आंदोलनकारियों ने उनके काफिले पर पथराव किया तथा बम फेंके। जिस मंच से राष्ट्रपति सभा को संबोधित करने वाली थीं उसे भी आग के हवाले कर दिया।
लाठीचार्ज व फायरिंग
हंगामा शांत कराने के लिए नेपाल पुलिस ने लाठीचार्ज किया तथा आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इसके जवाब में मधेशियों ने पुलिस पर पथराव किया। आंदोलनकारी नहीं माने तो पुलिस ने फायरिंग की। पुलिस कार्रवाई में पांच महिलाओं समेत 15 लोग घायल हो गए। घायलों को जनकपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनमें एक की हालत नाजुक बताई जा रही है।
जगह-जगह विरोध प्रदर्शन व आगजनी
पुलिस फायरिंग के विरोध में मधेशियों का आंदोलन और भड़क गया है। जनकपुर में जगह-जगह टायर जलाकर प्रदर्शन हो रहा है। नेपाल पुलिस व सुरक्षा बलों के साथ आंदोलनकारियों का झड़प जारी है। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस आंसू गैस के गोले दाग रही है। स्थिति तनावपूर्ण है।
समारोह में शामिल होते लाखों लोग विवाह पंचमी के दिन जनकपुर में 20-25 लाख श्रद्धालु जुटते हैं। यहां मां सीता और भगवान राम के विवाह का समारोह मनाया जाता है। इस समारोह में बड़ी संख्या में भारतीय (सीमांचल क्षेत्र के लोग) भी हिस्सा लेते हैं। आज पुलिस और मधेशियों के बीच हुई झड़प में कुछ भारतीयों के भी घायल होने की सूचना मिल रही है।
कई माह से चल रहा मधेशी आंदोलन
विदित हो कि नेपाल में नए संविधान के विरोध में मधेशी समुदाय के लोग कई महीने से आंदोलन कर रहे हैं। इस आंदोलन में अब तक सैकड़ों लोग पुलिस की फायरिंग में घायल हुए हैं। कई लोगों की मौत भी हो गई है।