पार्षद को कहा था चोर, निलंबित हुए सिटी मैनेजर
वार्ड पार्षद को 'चोर' कहना कंकड़बाग अंचल के सिटी मैनेजर को महंगा पड़ गया।
पटना । वार्ड पार्षद को 'चोर' कहना कंकड़बाग अंचल के सिटी मैनेजर को महंगा पड़ गया। गुरुवार को निगम बोर्ड की बैठक में मामला सामने आने पर निगम पार्षदों ने जमकर हंगामा किया। जबकि विद्युत शाखा के कार्यपालक अभियंता द्वारा निगम के सशक्त स्थायी समिति सदस्य पर अपशब्द कहने पर भी जमकर नाराजगी जतायी। इस दौरान पार्षद सिटी मैनेजर को निलंबित करने की मांग करने लगे। मामले में नगर आयुक्त केशव रंजन ने अपने कर्मी की गलती पर माफी मांगते हुए बीच-बचाव की कोशिश की। लेकिन, पार्षद निलंबन के अलावा कुछ भी कम मानने पर राजी नहीं हुए। मामले में हंगामा बढ़ते देख मेयर सीता साहू ने दोनों अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया। इसके बाद सभी पार्षद शांत हुए। इससे पूर्व मेयर सीता साहू की अध्यक्षता में निगम बोर्ड की बैठक आरंभ हुई। तभी एजेंडे पर चर्चा के दौरान वार्ड 38 पार्षद आशीष सिन्हा ने कंकड़बाग अंचल के सिटी मैनेजर अरविंद कुमार द्वारा एक महिला पार्षद को चोर कहने का मामला उठाया। वहीं, वार्ड 35 पार्षद कैलाश प्रसाद यादव ने विद्युत प्रशाखा के कार्यपालक अभियंता सत्येंद्र सिंह द्वारा निगम के सशक्त स्थायी समिति पर आपत्तिजनक भाषा बोलने की जानकारी सदन को दी। इसके बाद सभी पार्षद एकजुट होकर हंगामा करने लगे। बाद में मेयर द्वारा निलंबित करने पर मामला शांत हुआ। निगम बोर्ड की बैठक में एलइडी लाइट को लेकर एग्रीमेंट करने, बेउर मोड़ से मीठापुर बस स्टैंड, पटना ड्रेनेज योजना, पार्क विकास योजना में डीपीआर को अनुमोदित करने के साथ-साथ एसटीपी बेउर, करमलीचक एवं सैदपुर के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र को अनुमोदित किया। वहीं, अधिकारियों व कर्मचारियों के स्वीकृत बल को लेकर प्रस्ताव को फिर से सशक्त स्थायी समिति से संशोधित कराते हुए लाने की बात कहते हुए लौटा दिया गया।
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: ऑनलाइन बनेगा ट्रेड लाइसेंस :
निगम क्षेत्र में व्यवसाय को संचालित करने के लिए व्यापारियों के लिए ट्रेड लाइसेंस अनिवार्य है। पटना नगर निगम में यह प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसमें किसी प्रकार की कोई परेशानी व्यवसायियों को नहीं होगी। अब बिहार गजट में प्रकाशित करने को लेकर विभाग को प्रस्ताव भेजा जायेगा। गजट प्रकाशित होने के बाद सख्ती से ट्रेड लाइसेंस जारी किया जायेगा। इससे निगम के राजस्व की बढ़ोतरी होगी।
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80 लाख की योजना का अबतक नहीं हुआ टेंडर :
निगम की योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर वार्ड पार्षदों ने बोर्ड में जमकर हंगामा किया। वार्ड 27 की रानी सिन्हा, मनोज कुमार आदि ने कहा कि नये बोर्ड के गठन को आठ माह से अधिक समय हो गया और आठ माह में एक भी टेंडर फाइनल नहीं किया जा सका है। मुख्यमंत्री तीन निश्चय योजना के तहत एक भी योजना पर कार्य नहीं हो जा सका है।
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: सीएसआर के तहत होगा शौचालय का निर्माण :
राजधानी में शौचालय को लेकर बजट खत्म होने पर मुख्य अभियंता ने सदन को बताया कि वार्डो में सीएसआर के तहत शौचालय का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए कॉरपोरेट कंपनियों से संपर्क किया जाएगा। वार्ड 70 के पार्षद ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब तक एक भी शौचालय का निर्माण नहीं किया जा सका है और ना ही पहली किस्त का भुगतान ही हुआ है।
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: लाइट खराब होने पर पार्षदों ने जताई नाराजगी :
वार्डो में लाइट के बराबर खराब होने व इसे ठीक नहीं कराने पर अधिकांश पार्षदों ने नाराजगी जाहिर की। पार्षदों का कहना था कि दीपावली पर लगाए गए 60-60 बल्ब का भुगतान भी अभी पूरा नहीं हुआ हैं, जबकि इसमें लगभग आधे बल्ब खराब हो गए। निगम की विद्युत प्रशाखा कोई कार्रवाई नहीं करती। इस पर नगर आयुक्त केशव रंजन ने मामले की जांच कर लाइट के लिए राशि भुगतान करने तथा ठीक कराने का आश्वासन दिया।