Bihar Election 2020: सीटों के बंटवारे पर बोले चिराग- लोकसभा वाला फॉर्मूला विधानसभा चुनाव में नहीं हो सकता लागू
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान शनिवार को पटना में थे। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को ले बड़ी बात कही है। सीटों के बंटवारे को लेकर भी बहुत कुछ बोले हैं। जानें खबर में।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार के सियासी गलियारे (Political corridore) में बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election 2020) को लेकर हलचल काफी तेज हो गया है। इसे लेकर नेताओं का पटना दौरा भी काफी बढ़ गया है। शनिवार को इसी कड़ी में लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) पटना पहुंचे। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने यह भी कहा कि सीटों के बंटवारे का लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) वाला फॉर्मूला विधानसभा चुनाव में लागू नहीं हो सकता है।
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को पटना में कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में लोजपा उन सीटों पर दावा नहीं करेगी, जहां पिछले चुनाव में भाजपा और जदयू की जीत हुई थी। उन्होंने उन सीटों की संख्या के बारे में नहीं बताया, जहां से लोजपा लड़ेगी।
मीडिया के सवाल पर चिराग ने केवल इतना कहा कि बिहार में 119 सीटों पर हमारी पार्टी तैयारी कर रही है। वे शनिवार को प्रदेश कार्यालय में पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे। प्रेस काॅन्फ्रेंस के समय लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज भी मौजूद थे।
चिराग पासवान ने कहा कि सीटों के बंटवारे का लोकसभा चुनाव का फॉर्मूला विधानसभा चुनाव में लागू नहीं हो सकता है। इसके लिए नया फॉर्मूला तैयार करना होगा। कहा, जहां से राजद और कांग्रेस के प्रत्याशी पिछले विधानसभा चुनाव में जीते हैैं, वहां हमारी दावेदारी होगी। चिराग ने कहा कि 14 अप्रैल की गांधी मैदान की रैली की तैयारी के लिए वे 21 फरवरी से डेढ़ महीने तक राज्य का दौरा करेंगे। रैली को बिहार फर्स्ट का नाम दिया गया है। बोले, लोजपा बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे के साथ चुनाव में उतरेगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि राज्य कार्यकारिणी की बैठक में तय किया गया कि राज्य संसदीय बोर्ड उन्हीं लोगों के नाम संभावित प्रत्याशी के तौर पर केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेजेगा जो 25 हजार सदस्य व बूथ अध्यक्ष बनाने में सफल रहेंगे। रैली के तुरंत बाद संभावित प्रत्याशियों की पहली सूची राज्य संसदीय बोर्ड को भेजने को कहा गया है।