बच्चे भगवान के रूप इन्हें बेहतर शिक्षा देना सबकी जिम्मेदारी
आयो रे आयो रे आयो रे मारो ढोलना आरा रा रा रा रा रा आयो रे मारो ढ़ोलना ..पर बच्चे खूब थिरके।
पटना। आयो रे आयो रे आयो रे मारो ढोलना, आरा रा रा रा रा रा आयो रे मारो ढ़ोलना ..जैसे राजस्थानी गीतों पर बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों से शिक्षकों का दिल जीता। अलग-अलग परिधानों में सजे बच्चों की प्रस्तुति को सभी ने सराहा। गुरुवार को कुछ ऐसा ही दृश्य माउंट कार्मल स्कूल परिसर में देखने को मिला। स्कूल की ओर से शिक्षिका सिस्टर डोरिस के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने अपने प्रस्तुति से समारोह को यादगार बना दिया। कार्यक्रम के दौरान स्वागत सिस्टर सेरेना ने किया। समारोह के दौरान सिस्टर डोरिस ने कहा कि जहां प्रेम है वही ईश्वर है। ऐसे सभी को प्रेम के जरिए अपने अंदर की बुराईयों को समाप्त करने के साथ समाज में प्रेम का पाठ पढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ये बच्चे आने भविष्य के लिए अनमोल धरोहर हैं। ऐसे में इन बच्चों के अंदर बेहतर संस्कार देने की जरूरत है।
लोक नृत्य और संगीत से सराबोर हुआ परिसर -
सम्मान समारोह को यादगार बनाने को लेकर स्कूली बच्चों ने उम्दा प्रस्तुति दी। बच्चों ने जहां एक ओर योगा नृत्य के जरिए 'आशाएं मिले दिल की' प्रस्तुत करने के बाद हाई स्कूल के बच्चों ने लोक नृत्य और आधुनिक नृत्य से समां बांध सभी की तालियां बटोरी। जैसे-जैसे कार्यक्रम समापन की ओर बढ़ता जा रहा था परिसर में एक से बढ़कर एक प्रस्तुति सभी का मन मोह रही थी। बच्चों की प्रस्तुति को देख सिस्टर डोरिस ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से बच्चों की छिपी प्रतिभा को बाहर निकाला जा सकता है। समारोह का धन्यवाद ज्ञापन चार्बी सिंह ने किया। मौके पर सिस्टर लविता, सिस्टर जिना, सिस्टर एंजेला, सेरना आदि मौजूद थीं।