सतर्क रहें नौजवान, राष्ट्र विरोधी ताकतों को दें मुंहतोड़ जवाब: राजनाथ
बिहार के सारण में रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह आइटीबीपी के नये केंद्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सीएम व डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे।
By Amit AlokEdited By: Published: Sun, 22 Apr 2018 10:38 AM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 10:02 PM (IST)
छपरा [कमलाकर उपाध्याय]। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में कुछ ऐसी ताकतें हैं जो सामाजिक समरसता को तार-तार करने की कोशिश कर रही है। जाति, पंथ, मजहब के आधार पर समाज को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। इनसे नौजवानों को सतर्क रहना होगा। ऐसी ताकतों को सभी नौजवानों को मिलकर जवाब देना चाहिए।
हमारा देश वसुदैव कुटुंबकम् का संदेश देने वाला है। भारत की धरती ने पूरे विश्व को यह संदेश देने का कार्य किया है। गृहमंत्री रविवार को सारण जिले के जलालपुर कोठयां गांव में आयोजित छठी वाहिनी भारत तिब्बत सीमा फोर्स (आईटीबीपी) कैंप के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार के साथ कैंप का उद्घाटन किया और आईटीबीपी के जवानों को सम्मानित किया।
गरीबों के नाम पर राजनीति करने वालों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि गरीबों के नेता अपने बाल-बच्चों को विदेश में पढ़ाई कराने, उसे धनवान बनाने में लगे हुए है और गरीबों को केवल बरगला रहे हैं। इससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं बिहार सरकार चाहती है कि गरीबी मीटे और लोग खुशहाल हो। इसके लिए कई कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार एवं सुशील कुमार मोदी ने बिहार में शराब पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगाकर बहुत बड़ा कार्य किया है। इससे बिहार का क्राइम रेट कम हुआ है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास से कैंप के लिए यहां भूमि उपलब्ध हो पाई है, जिससे आज यह कैंप यहां स्थापित हो सका। इसके लिए राज्य सरकार, जिला प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने आईटीबीपी के बारे में कहा कि यह काफी अनुशासित फोर्स है। देश के बर्फिले स्थान पर जहां माइनस 35 डिग्री तापमान में कोई सीमा की सुरक्षा करता है तो वह है भारत तिब्बत सीमा फोर्स के जवान।
आईटीबीपी के बार्डर आउट पोस्ट पर जाकर मैंने देखा है कि ये जवान किस तरह वहां रहकर सीमा की सुरक्षा करते हैं। जहां पानी जम जाता है। लद्दाख स्थित इनके चौकीयों पर जाकर मैंने देखा है। देश की सीमा की सुरक्षा की जिम्मेवारी इन्हीं के पास है। गृहमंत्री ने कहा कि यहां कैंप खुलने से आप सभी को फायदा होगा। किसी भी संकट की स्थिति में जवान आपके साथ रहेंगे। यहां नौजवानों की भर्ती भी होगी इसके लिए मैंने आईटीबीपी के डीजी से बात भी की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में जो नक्सलवाद की घटनाएं बिहार में होती थी आज आधे से भी कम हो गई है। इन्हीं की देन है। इनके यहां रहने से इस क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा मिलेगी।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आईटीबीपी के जवानों में कितना शौर्य है आज कुछ झांकी देखने से मिली कि इन्हें किस प्रकार ट्रेनिंग दी जाती है। उन्होंने कहा कि आइटीबीपी में बिहार के जवानों का प्रतिशत साढ़े सात प्रतिशत है इसकी संख्या और बढऩी चाहिए, जिससे यहां के नौजवान उसमें अधिक हो। भर्ती होने से पहले यहां के जवानों को ट्रेनिंग दी जाए ताकि वह भर्ती के दौरान वह सफल हो सके। बिहार के जवानों में काफी जोश है। सभी राज्यों से बिहार के नौजवानों का जोश औसत ज्यादा होता है। उन्होंने गृहमंत्री से मांग की कि बिहार में एक - दो बटालियन और बना दीजिए हम लोग सहयोग करेंगे। आपसे मैंने रैपिड एक्शन फोर्स का एक बटालियन बिहार में रखने का अनुरोध किया था और आप हाजीपुर में एक बटालियन का गठन कर रहे हैं। इसके लिए बधाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीबीपी के लोग जब यहां रहेंगे तो हम लोगों को फायदा होगा। आपदा के समय सेंट्रल फोर्स की जरूरत पड़ती है। क्योंकि यहां सबसे अधिक आपदा आती है। फोर्स आपस में प्रेम, सछ्वावना बनाने का कार्य करती है। तनाव की स्थिति से उबरने के लिए भी फोर्स की मदद लेनी पड़ती है। हमारे ये जवान अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा हो या अन्य कार्य सभी करते हैं। देश की रक्षा के लिए ये बराबर सजग रहते हैं।
समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आइटीबीपी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमारे नौजवानों के लिए बिहार का कोटा साढ़े सात फीसद से बढ़ाकर दस फीसद किया जाए। नौजवानों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोला जाए।
समारोह को संबोधित करने वालों में पूर्व मंत्री सह सांसद राजीव प्रताप रूडी, सांसद जनार्दन ङ्क्षसह सिग्रीवाल आदि शामिल हैं। आइटीबीपी के महानिदेशक आरके पंचरंगा ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। वहीं कमांडेंट देवेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस मौके पर डीजीपी बिहार केएस द्विवेदी, गृह विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी, सिवान के सांसद ओमप्रकाश यादव, गोपालगंज के सांसद जनक राम, जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरूण, छपरा विधायक डॉ.सीएन गुप्ता, विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा, एमएलसी ई. सच्चिदानंद राय, एमएलसी डॉ. वीरेंद्र नारायण यादव, आईजी तिरहुत परिक्षेत्र सुनील कुमार, डीआईजी सारण विजय कुमार वर्मा, डीएम हरिहर प्रसाद, एसपी हरिकिशोर राय, जदयू नेता शैलेंद्र प्रताप आदि मौजूद थे।
हमारा देश वसुदैव कुटुंबकम् का संदेश देने वाला है। भारत की धरती ने पूरे विश्व को यह संदेश देने का कार्य किया है। गृहमंत्री रविवार को सारण जिले के जलालपुर कोठयां गांव में आयोजित छठी वाहिनी भारत तिब्बत सीमा फोर्स (आईटीबीपी) कैंप के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार के साथ कैंप का उद्घाटन किया और आईटीबीपी के जवानों को सम्मानित किया।
गरीबों के नाम पर राजनीति करने वालों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि गरीबों के नेता अपने बाल-बच्चों को विदेश में पढ़ाई कराने, उसे धनवान बनाने में लगे हुए है और गरीबों को केवल बरगला रहे हैं। इससे लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार एवं बिहार सरकार चाहती है कि गरीबी मीटे और लोग खुशहाल हो। इसके लिए कई कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि नीतीश कुमार एवं सुशील कुमार मोदी ने बिहार में शराब पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लगाकर बहुत बड़ा कार्य किया है। इससे बिहार का क्राइम रेट कम हुआ है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रयास से कैंप के लिए यहां भूमि उपलब्ध हो पाई है, जिससे आज यह कैंप यहां स्थापित हो सका। इसके लिए राज्य सरकार, जिला प्रशासन को बधाई दी। उन्होंने आईटीबीपी के बारे में कहा कि यह काफी अनुशासित फोर्स है। देश के बर्फिले स्थान पर जहां माइनस 35 डिग्री तापमान में कोई सीमा की सुरक्षा करता है तो वह है भारत तिब्बत सीमा फोर्स के जवान।
आईटीबीपी के बार्डर आउट पोस्ट पर जाकर मैंने देखा है कि ये जवान किस तरह वहां रहकर सीमा की सुरक्षा करते हैं। जहां पानी जम जाता है। लद्दाख स्थित इनके चौकीयों पर जाकर मैंने देखा है। देश की सीमा की सुरक्षा की जिम्मेवारी इन्हीं के पास है। गृहमंत्री ने कहा कि यहां कैंप खुलने से आप सभी को फायदा होगा। किसी भी संकट की स्थिति में जवान आपके साथ रहेंगे। यहां नौजवानों की भर्ती भी होगी इसके लिए मैंने आईटीबीपी के डीजी से बात भी की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में जो नक्सलवाद की घटनाएं बिहार में होती थी आज आधे से भी कम हो गई है। इन्हीं की देन है। इनके यहां रहने से इस क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा मिलेगी।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आईटीबीपी के जवानों में कितना शौर्य है आज कुछ झांकी देखने से मिली कि इन्हें किस प्रकार ट्रेनिंग दी जाती है। उन्होंने कहा कि आइटीबीपी में बिहार के जवानों का प्रतिशत साढ़े सात प्रतिशत है इसकी संख्या और बढऩी चाहिए, जिससे यहां के नौजवान उसमें अधिक हो। भर्ती होने से पहले यहां के जवानों को ट्रेनिंग दी जाए ताकि वह भर्ती के दौरान वह सफल हो सके। बिहार के जवानों में काफी जोश है। सभी राज्यों से बिहार के नौजवानों का जोश औसत ज्यादा होता है। उन्होंने गृहमंत्री से मांग की कि बिहार में एक - दो बटालियन और बना दीजिए हम लोग सहयोग करेंगे। आपसे मैंने रैपिड एक्शन फोर्स का एक बटालियन बिहार में रखने का अनुरोध किया था और आप हाजीपुर में एक बटालियन का गठन कर रहे हैं। इसके लिए बधाई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीबीपी के लोग जब यहां रहेंगे तो हम लोगों को फायदा होगा। आपदा के समय सेंट्रल फोर्स की जरूरत पड़ती है। क्योंकि यहां सबसे अधिक आपदा आती है। फोर्स आपस में प्रेम, सछ्वावना बनाने का कार्य करती है। तनाव की स्थिति से उबरने के लिए भी फोर्स की मदद लेनी पड़ती है। हमारे ये जवान अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सुरक्षा हो या अन्य कार्य सभी करते हैं। देश की रक्षा के लिए ये बराबर सजग रहते हैं।
समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आइटीबीपी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हमारे नौजवानों के लिए बिहार का कोटा साढ़े सात फीसद से बढ़ाकर दस फीसद किया जाए। नौजवानों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोला जाए।
समारोह को संबोधित करने वालों में पूर्व मंत्री सह सांसद राजीव प्रताप रूडी, सांसद जनार्दन ङ्क्षसह सिग्रीवाल आदि शामिल हैं। आइटीबीपी के महानिदेशक आरके पंचरंगा ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। वहीं कमांडेंट देवेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस मौके पर डीजीपी बिहार केएस द्विवेदी, गृह विभाग के प्रधान सचिव अमीर सुबहानी, सिवान के सांसद ओमप्रकाश यादव, गोपालगंज के सांसद जनक राम, जिला परिषद अध्यक्ष मीना अरूण, छपरा विधायक डॉ.सीएन गुप्ता, विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा, एमएलसी ई. सच्चिदानंद राय, एमएलसी डॉ. वीरेंद्र नारायण यादव, आईजी तिरहुत परिक्षेत्र सुनील कुमार, डीआईजी सारण विजय कुमार वर्मा, डीएम हरिहर प्रसाद, एसपी हरिकिशोर राय, जदयू नेता शैलेंद्र प्रताप आदि मौजूद थे।
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