विक्रमशिला पुल के समानांतर नए फोर लेन ब्रिज के निर्माण को केंद्र की मंजूरी, लगेंगे चार साल
भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर नए फोर लेन पुल के निर्माण को केंद्र सरकार ने अपनी मंजूरी दे दी है। इसके निर्माण में चार साल लगेंगे।
पटना, जेएनएन। भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर नए फोर लेन पुल के निर्माण को केंद्र सरकार ने अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के स्तर पर विभागीय एक्सपेंडिचर फाइनेंस समिति ने इसकी अनुशंसा कर दी है। पुल के निर्माण पर 1116.72 करोड़ रुपए खर्च होंगे। चार साल में पुल निर्माण का काम पूरा होगा। पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव ने शनिवार को इस आशय की जानकारी दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पुल को ले जनवरी 2018 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह किया था।
4.367 किमी होगी फोर लेन पुल की लंबाई
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि विक्रमशिला पुल के समानांतर बनने वाले फोर लेन पुल की लंबाई 4.367 किमी होगी। पुल के निर्माण के लिए 21.3 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता है। 2.2 हेक्टेयर सरकारी जमीन उपलब्ध है। शेष 19.1 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण राज्य सरकार अपनी निधि से करेगी। इसके लिए भागलपुर के डीएम को 51 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं। प्रस्तावित पुल के नीचे से जहाज निकल जाए इसके लिए इनलैंड वाटरवेज ऑथारिटी ऑफ इंडिया के मानक के तहत निर्माण किया जाएगा।
पश्चिम बंगाल के साथ भी मिल जाएगी कनेक्टिवटी
पथ निर्माण मंत्री ने जानकारी दी कि प्रस्तावित पुल का निर्माण वर्तमान पुल के पूरब किया जाएगा। इसे ध्यान में रख नवगछिया से भागलपुर के बीच की सड़क को नया एनएच का दर्जा दिया गया है। इसे एनएच 131 (बी) के रूप में अधिसूचित कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त भागलपुर से हंसडीहा सड़क को भी एनएच के रूप में अधिसूचित किया गया है। इस तरह अब नवगछिया से भागलपुर होते हुए झारखंड सीमा तक नया एनएच अस्तित्व में आ जाएगा। इससे उत्तर बिहार व सीमांचल का झारखंड के साथ सड़क संपर्क सुगम हो जाएगा। पश्चिम बंगाल के साथ भी कनेक्टिवटी मिल जाएगी। माह भर के भीतर पुल निर्माण की निविदा हो जाएगी।