Bihar CoronaVirus: पटना में कोरोना को ले सावधानी से कम हुई मौसमी रोगों की मार, इन उपायों का मिला फायदा
Bihar CoronaVirus पटना में इस साल जापानी इंसेफेलाइटिस चिकनगुनिया डेंगू जैसे मच्छरजनित और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के मामले नहीं आए। ये सब कोरोना को ले बचाव के कारण हुआ।
पटना, जेएनएन। कोरोना से बचाव को लेकर बरती जाने वाली सावधानियां दूसरे रोगों से बचा रही हैं। इस साल जापानी इंसेफेलाइटिस, चिकनगुनिया, डेंगू जैसे मच्छरजनित और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के मामले नहीं आए। वहीं, विगत 15 दिन से मौसम में हो रहे बदलाव का असर भी सेहत पर कम पड़ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, गत वर्षों की तुलना में इस बार मौसमी रोगों के मरीजों की संख्या एक तिहाई से भी कम है।
हर दिन 10 फीसद ही आ रहे वायरल और डायरिया के रोगी
न्यू गार्डिनर अस्पताल के निदेशक डॉ. मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि विगत दस दिनों से करीब 10 फीसद रोगी सर्दी-खांसी, बुखार और डायरिया के आ रहे हैं। अन्य वर्षों में इनकी संख्या 30 फीसद से अधिक रहती थी, जो कि कोरोना काल में काफी कम हो गई है।
इम्यून पावर बढ़ाने का दिख रहा असर
कोरोना से बचाव के लिए सभी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में जुटे हैं। इसके लिए न केवल पौष्टिक आहार ले रहे हैं, बल्कि विटामिन सी व डी के साथ उच्च प्रोटीन वाले आहार भी ले रहे हैं। इसके अलावा बाहर का खाना-पीना बंद होने से भी बीमारियां घट गई हैं। अधिकतर लोग घर में बना शुद्ध भोजन ही कर रहे हैं। जिससे बीमारी कम ही पकड़ रही है। साथ ही मास्क के इस्तेमाल से सड़कों पर उड़ने वाली धूल से भी बचाव हो रहा है।
इन उपायों से हुआ बचाव
-कोरोना काल में ताजा खाना और शुद्ध पानी पर लोग ध्यान दे रहे हैं।
-विटामिन सी व डी लेने के साथ अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व ले रहे हैं।
- हाथ धोने और सैनिटाइजेशन के साथ घर व आसपास को साफ रख रहे हैं।
-ठेले आदि पर बिकने वाले सामान आदि से भी लोग परहेज कर रहे हैं।
-बाहर कम ही निकले रहे हैं। निकलने पर मास्क का इत्तेमाल कर रहे हैं।
-घर के बाहर मिलने वाली चीजों, जैसे तेल-मसाले का कम इस्तेमाल कर रहे हैं।