बिहार कैबिनेट का फैसला : 30 को होगा 16वीं विधानसभा का पहला सत्र
महागठबंधन सरकार में मंत्रिपरिषद की पहली बैठक शनिवार शाम आयोजित हुई, जिसमें 16वीं विधानसभा का पहला सत्र 30 नवंबर से बुलाए जाने का निर्णय लिया गया। विधानसभा का यह सत्र 8 दिसंबर तक चलेगा।
पटना। महागठबंधन सरकार में मंत्रिपरिषद की पहली बैठक शनिवार शाम आयोजित हुई, जिसमें 16वीं विधानसभा का पहला सत्र 30 नवंबर से बुलाए जाने का निर्णय लिया गया। विधानसभा का यह सत्र 8 दिसंबर तक चलेगा।
करीब आधा घंटे तक चली इस बैठक की विस्तृत जानकारी देते हुए कैबिनेट विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने बताया कि सत्र के पहले एवं दूसरे दिन नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। विधान परिषद का सत्र तीन दिसंबर से आरंभ होगा जो आठ दिसंबर तक चलेगा।
तय किए गए कार्यक्रम के मुताबिक, दो दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा। तीन दिसंबर को विधानसभा और विधान परिषद के संयुक्त सत्र को राज्यपाल संबोधित करेंगे। चेहल्लुम के कारण चार-पांच और छह दिसंबर को सदन की बैठक नहीं होगी। सात और आठ दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद होगा और फिर सरकार का उत्तर होगा।
सुबहानी ने बताया कि राज्यपाल के अभिभाषण के प्रारूप को मंजूरी देने के लिए मंत्रिपरिषद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया है। आम तौर पर यह मंजूरी मंत्रिपरिषद की बैठक में दी जाती है, मगर मंत्रिपरिषद चाहे तो मुख्यमंत्री को अधिकृत भी कर सकती है। इसी प्रकार कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री को महाधिवक्ता की नियुक्ति के लिए भी अधिकृत किया गया है।
सुबहानी ने बताया कि विधान परिषद का यह 181वां सत्र होगा। चूंकि वहां किसी सदस्य को शपथ नहीं लेना है, इसलिए विधान परिषद का सत्र तीन दिसंबर से आरंभ होगा। पहले दिन संयुक्त सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होगा। चार-पांच और छह दिसंबर को चेहल्लुम के कारण विधान परिषद की भी बैठक नहीं होगी। विधान परिषद में सात और आठ दिसंबर को राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद एवं सरकार का उत्तर होगा।