चिराग पासवान की पसंद को दरकिनार कर किसी और काे बिहार दलित सेना की कमान, जानिए मामला
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की पसंद को दरकिनार कर बिहार दलित सेना की कमान किसी और को दी गई है। अंबिका वीनू बने प्रदेश अध्यक्ष। जबकि चिराग की पसंद कोई और थे।
पटना, राज्य ब्यूरो। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की पसंद को दरकिनार कर बिहार दलित सेना की कमान किसी और को दी गई है। अंबिका प्रसाद बीनू को दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी सौंपी गई है, जबकि चिराग पासवान की पसंद कोई और थे। वहीं, नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष ने मीडिया से कहा कि जिन्हें जिम्मेवारी दी गई थी वह ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
दरअसल गुरुवार के लिए तय कार्यक्रम के तहत दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को लोजपा के प्रदेश कार्यालय में आकर दलित सेना के नए प्रदेश अध्यक्ष का एलान करना था। वह नहीं आए। दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष के नाम का एलान जरूर हो गया। लंबी अवधि से दलित सेना में रहे अंबिका प्रसाद बीनू को दलित सेना का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया है। उनके नाम का एलान दलित सेना के नवनियुक्त राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने पशुपति कुमार पारस की सहमति से लोजपा प्रदेश कार्यालय में किया।
लगभग एक पखवाड़ा पहले लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष संजय पासवान को पद पर पर बने रहने के लिए कहा था। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि दलित सेना में यह प्रावधान है कि पार्टी के पदाधिकारी के नाम का एलान दलित सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष ही करते हैैं, इसीलिए पारस ने अंबिका प्रसाद वीनू को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है।
श्रवण ने बताया कि अगले वर्ष 14 अप्रैल को पटना में दलित सेना का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर भी होगा। आने वाले विधानसभा चुनाव में दलित सेना को भी हिस्सेदारी मिले यह भी सुनिश्चित किया जाएगा। संगठन को पंचायत स्तर तक ले जाया जाएगा।
जिस दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष को तेरह दिन पहले चिराग पासवान ने अच्छा काम करने वाला बताया था। वहीं दलित सेना के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जिन्हें जिम्मेवारी दी गई थी वह ठीक से काम नहीं कर रहे थे।