लोन का पैसा मांगने पहुंचे कस्टमर मैनेजर को बिल्डर ने बंधक बनाकर किया अधमरा
एसकेपुरी थाने की पुलिस ने पीआर कंस्ट्रक्शन कंपनी के बिल्डर संजीव श्रीवास्तव सेल्स डायरेक्टर ऋषभ सिन्हा समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया।
By Edited By: Published: Wed, 17 Apr 2019 09:04 PM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 09:04 PM (IST)
पटना। एसकेपुरी थाने की पुलिस ने पीआर कंस्ट्रक्शन कंपनी के बिल्डर संजीव श्रीवास्तव, सेल्स डायरेक्टर ऋषभ सिन्हा और कंपनी के एक कर्मचारी प्रवीण कुमार सिंह को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ म¨हद्रा फाइनेंस के कस्टमर मैनेजर धर्मेद्र कुमार ने बंधक बनाकर मारपीट करने, पिस्टल सटाकर रुपये छीनने और जबरन सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाने का मामला दर्ज कराया था। कंस्ट्रक्शन कंपनी का कार्यालय एसकेपुरी थाने के एएन पथ पर स्थित है।
कंस्ट्रक्शन कंपनी के सेल्स डायरेक्टर ऋ षभ सिन्हा ने पांच फरवरी को म¨हद्रा फाइनेंस से मराजो गाड़ी खरीदने के लिए 8 लाख 30 हजार रुपये का कर्ज लिया था। 59 मासिक किश्तों में भुगतान करना था। लेकिन ऋण लेने के बाद उन्होंने एक भी किश्त नहीं दी और कंपनी के कर्मचारियों द्वारा फोन करने पर उठाना भी बंद कर दिया। जब 16 तारीख को म¨हद्रा फाइनेंस का कस्टमर मैनेजर धर्मेद्र उनके राजधानी के आवासीय पते ललन जानकी अपार्टमेंट, गोला रोड, पटना पहुंचा तो उन्होंने शाम को एसकेपुरी थाने के एएन पथ स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यालय में बुलाया। कस्टमर मैनेजर धर्मेद्र उनके बुलाने पर वहां पहुंचे तो ऋषभ सिन्हा, बिल्डर संजीव श्रीवास्तव, प्रवीण सिंह सहित पांच-छह लोगों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया।
लात, घूंसे, बेल्ट और डंडे से पीटकर अधमरा कर दिया। धर्मेद्र का आरोप है कि ऋषभ ने पिस्टल सटाकर उसके सोने की चेन, अंगूठी, घड़ी और दस हजार रुपये भी छीन लिए। मोबाइल को तोड़ दिया। पिटाई के दौरान जब उसके शरीर से खून निकलता था तो वे लोग उसे पोछ देते थे और फिर पीटने लगते थे। इसके बाद उनलोगों ने कई सादे कागजों और वाउचर पर उसके हस्ताक्षर कराकर उंगलियों के निशान ले लिए। उनलोगों ने धर्मेद्र के पास मौजूद कंपनी की मशीन जिससे ग्राहकों द्वारा किश्त भुगतान करने पर रसीद निर्गत की जाती है, जबरन 20 - 20 हजार रुपये की दो रसीदें बिना पैसे दिए ही निकाल लीं। इसके बाद उनलोगों के चंगुल से निकलकर कस्टमर मैनेजर अपनी कंपनी के कंकड़बाग कार्यालय पहुंचा।
वहां से अधिकारियों के साथ वह कंकड़बाग थाने गया। परंतु घटनास्थल एसकेपुरी होने के कारण वे फिर एसकेपुरी थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया। पुलिस इस कांड में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
कंस्ट्रक्शन कंपनी के सेल्स डायरेक्टर ऋ षभ सिन्हा ने पांच फरवरी को म¨हद्रा फाइनेंस से मराजो गाड़ी खरीदने के लिए 8 लाख 30 हजार रुपये का कर्ज लिया था। 59 मासिक किश्तों में भुगतान करना था। लेकिन ऋण लेने के बाद उन्होंने एक भी किश्त नहीं दी और कंपनी के कर्मचारियों द्वारा फोन करने पर उठाना भी बंद कर दिया। जब 16 तारीख को म¨हद्रा फाइनेंस का कस्टमर मैनेजर धर्मेद्र उनके राजधानी के आवासीय पते ललन जानकी अपार्टमेंट, गोला रोड, पटना पहुंचा तो उन्होंने शाम को एसकेपुरी थाने के एएन पथ स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी के कार्यालय में बुलाया। कस्टमर मैनेजर धर्मेद्र उनके बुलाने पर वहां पहुंचे तो ऋषभ सिन्हा, बिल्डर संजीव श्रीवास्तव, प्रवीण सिंह सहित पांच-छह लोगों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया।
लात, घूंसे, बेल्ट और डंडे से पीटकर अधमरा कर दिया। धर्मेद्र का आरोप है कि ऋषभ ने पिस्टल सटाकर उसके सोने की चेन, अंगूठी, घड़ी और दस हजार रुपये भी छीन लिए। मोबाइल को तोड़ दिया। पिटाई के दौरान जब उसके शरीर से खून निकलता था तो वे लोग उसे पोछ देते थे और फिर पीटने लगते थे। इसके बाद उनलोगों ने कई सादे कागजों और वाउचर पर उसके हस्ताक्षर कराकर उंगलियों के निशान ले लिए। उनलोगों ने धर्मेद्र के पास मौजूद कंपनी की मशीन जिससे ग्राहकों द्वारा किश्त भुगतान करने पर रसीद निर्गत की जाती है, जबरन 20 - 20 हजार रुपये की दो रसीदें बिना पैसे दिए ही निकाल लीं। इसके बाद उनलोगों के चंगुल से निकलकर कस्टमर मैनेजर अपनी कंपनी के कंकड़बाग कार्यालय पहुंचा।
वहां से अधिकारियों के साथ वह कंकड़बाग थाने गया। परंतु घटनास्थल एसकेपुरी होने के कारण वे फिर एसकेपुरी थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया। पुलिस इस कांड में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
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